Edited By Ramanjot, Updated: 07 Jul, 2025 07:14 PM

बाढ़ जैसी आपदा से प्रभावित इलाकों में पशुओं की जीवन की रक्षा एक बड़ी चुनौती होती है। ऐसी स्थिति से निपटने के लिए राज्य सरकार का पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग आगे आया है।
पटना:बाढ़ जैसी आपदा से प्रभावित इलाकों में पशुओं की जीवन की रक्षा एक बड़ी चुनौती होती है। ऐसी स्थिति से निपटने के लिए राज्य सरकार का पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग आगे आया है। विभाग ने बाढ़ या किसी अन्य आपदा के समय नि:शुल्क पशुओं के लिए चारा मुहैया कराने की घोषणा की है।
विभाग द्वारा की गई घोषणा में कहा गया है कि, आपदा प्रभावित पशुओं के जीवन की रक्षा के लिए जिला प्रशासन के सहयोग से चारा वितरण के अस्थाई शिविर लगाए जाएंगे। इन शिविरों में पशुओं के आकार और संख्या के आधार पर चारा वितरण किया जाएगा।
आपदा से प्रभावित पशुओं के जीवन रक्षण के लिये सामान्यत बड़े जानवरों के लिये 6 किलोग्राम और छोटे जानवरों के लिए 3 किलोग्राम तथा भेड़-बकरियों के लिये 1 किलोग्राम प्रतिदिन के हिसाब चारा की आवश्यकता होती है। जिला प्रशासन द्वारा लगाए गए शिविरों में एक बार में तीन दिन से लेकर एक सप्ताह के लिए चारा वितरण कराया जाता है। साथ ही, बाढ़ की स्थिति के अनुसार शिविर संचालन और वितरण कराया जाता है।
चारा वितरण सुचारु रुप से हो सके इसके लिए पहले ही सभी प्रभावित पशुओं के प्रकार और संख्या के आधार पर गणना कर पशुपालकवार टोकन वितरण किया जाता है। उस टोकन के आधार पर क्रमानुसार चारा का प्रबंध कर वितरित किया जाता है।
इस संबंध में अधिक जानकारी पशुपालन निदेशालय, बिहार, पटना स्थित आपदा कोषांग (टेलीफोन नंबर 0612-2230942) या पशु स्वास्थ्य एवं उत्पादन संस्थान, बिहार, पटना (टेलीफोन नंबर 0612-2226049) से प्राप्त की जा सकती है।