Edited By Ramanjot, Updated: 24 May, 2025 07:04 PM
भवन निर्माण विभाग द्वारा चरणबद्ध तरीके से राजगीर में खेल परिसर-सह-खेल विश्वविधालय में इनडोर और आउटडोर खेलों की सुविधाएं विकसित की गईं हैं।
पटना:भवन निर्माण विभाग द्वारा चरणबद्ध तरीके से राजगीर में खेल परिसर-सह-खेल विश्वविधालय में इनडोर और आउटडोर खेलों की सुविधाएं विकसित की गईं हैं। यहां बिहार का पहला और देश का छठा खेल विश्वविद्यालय भी है। हाल के दिनों में बिहार को खेलों की दुनिया में राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान मिली है।
राजगीर खेल परिसर में कुश्ती, भारोत्तोलन, वॉलीबॉल, बैडमिंटन, तीरंदाजी, शूटिंग, कबड्डी, जूडो, तायक्वोंडो, बॉक्सिंग, क्रिकेट, फुटबॉल, हॉकी, बास्केटबॉल, हैंडबॉल, वॉलीबॉल, साइकिलिंग, एथलेटिक्स ट्रैक, शॉटपुट, लम्बी कूद, ट्रिपल जंप, पोल वॉल्ट, सेपक टकरा एवं तैराकी (50 मीटर x 25 मीटर) समेत 33 तरह के इनडोर और आउटडोर खेल शामिल हैं। हॉकी खिलाड़ियों के प्रैक्टिस के लिए एक हॉकी प्रैक्टिस टर्फ का भी निर्माण किया गया है।
परिसर में एक आधुनिक शैक्षणिक भवन (G+2) बनाया गया है, जिसमें बिहार खेल विश्वविद्यालय का कार्यालय, पदाधिकारियों के लिए कार्यालय और 242 क्षमता वाला एक ऑडिटोरियम शामिल है। खिलाड़ियों के लिए 149 कमरों वाला बालक छात्रावास (G+4), 78 कमरों वाला बालिका छात्रावास (G+4), 100 क्षमता वाला ट्रांजिट हॉस्टल (G+4), प्रशिक्षकों के लिए आवास और 324 क्षमता वाला मेस भी निर्मित किया गया है। निदेशक, उप निदेशक और स्टाफ के लिए आवासीय सुविधाएं भी उपलब्ध हैं। खिलाड़ियों के लिए खेल के दौरान लगी चोट के साथ साथ अन्य प्रकार के इलाज की भी व्यवस्था है।
भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि ने बताया कि राजगीर खेल परिसर विभाग की महत्वकांक्षी परियोजना है। एक ही परिसर में खेलों के मैदान के साथ-साथ प्रशिक्षण एवं अभ्यास की सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय मानकों को ध्यान में रखते हुए खेल मैदानों के निर्माण किए गए हैं। कोविड-19 महामारी और अन्य चुनौतियों के बावजूद विभाग के अधिकारियों और अभियंताओं ने समयबद्ध तरीके से इस शानदार खेल परिसर को तैयार किया।

खेल परिसर में बनने वाले अधिकतर खेल सुविधाओं का निर्माण पूर्ण कर लिया गया है। कई तरह के मल्टीपर्पस इंडोर हॉल का निर्माण किया गया है, जिसमें विभिन्न तरह के खेल आयोजित हो रहे हैं। हाल ही में इंडोर हॉल, बास्केटबॉल कोर्ट (28मीटरx15मीटर), हैंडबॉल कोर्ट(40 मीटर x 20 मीटर) , वॉलीबॉल कोर्ट (18 मीटर x 9 मीटर) और हॉकी प्रैक्टिस टर्फ का उद्घाटन किया गया। खेलो इंडिया यूथ गेम्स के दौरान राजगीर खेल परिसर में पांच खेल आयोजित किए गए थे।
भवन निर्माण विभाग द्वारा खेल परिसर में निर्मित विश्वस्तरीय हॉकी टर्फ, ऑस्ट्रेलिया से आयातित एस्ट्रो-टर्फ और जर्मनी के ऑटोमेटेड स्प्रिंकलर सिस्टम से सुसज्जित है। इस टर्फ पर पिछले वर्ष विमेंस एशियन हॉकी चैंपियंस ट्रॉफी का सफल आयोजन किया गया, जो इसकी अंतर्राष्ट्रीय क्षमता को दर्शाता है।
ऐतिहासिक नालंदा विश्वविद्यालय की वास्तुकला से प्रेरित इस परिसर का डिजाइन न केवल कार्यात्मक बल्कि अत्यंत मनोरम और सौंदर्यपूर्ण भी है। सचिव ने कहा कि यह परिसर किसी भी वैश्विक खेल आयोजन के लिए आदर्श स्थल है। हमारा लक्ष्य बिहार के युवाओं को विश्वस्तरीय मंच प्रदान करना है। इस साल हॉकी टर्फ पर पुरुष एशिया कप 2025 खेला जाना है।
खेल परिसर में निर्माण कार्य अंतिम चरण में चल रहा है, जिसमें मुख्य रूप से अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का निर्माण किया जा रहा है। 40,000 दर्शकों की क्षमता के इस क्रिकेट स्टेडियम में कार्य तेजी से प्रगति पर है, जिस जल्द पूर्ण कर लिया जाएगा।