Edited By Swati Sharma, Updated: 25 Nov, 2022 01:42 PM
भागलपुर के तत्कालीन जिलाधिकारी आदेश तितरमारे के हस्ताक्षर वाला एक चेक बैंक ने वापस कर दिया था। यह चेक एक सरकारी खाते का था। इसके बाद उन्होंने जांच के लिए एक कमेटी बनाई थी। कमेटी की जांच में इंडियन बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा स्थित सरकारी खातों में पैसे न...
भागलपुरः बिहार भागलपुर के चर्चित सृजन घोटाला मामले में सीबीआई ने शुक्रवार को डीआरडीए के निलंबित लिपिक अरुण कुमार को गिरफ्तार किया है। उन्हें भागलपुर जिले के तिलकामांझी के न्यू प्राणवती लेन में गली नंबर 8 स्थित निजी आवास से गिरफ्तार किया गया है। सूत्रों के मुताबिक, डीआरडीए के खाते से हुए घोटाले में लिपिक अरुण कुमार की भूमिका पाई गई थी। अरुण कुमार को जांच के लिए सदर अस्पताल लाया गया, जहां पर रिपोर्ट लेकर सीबीआई की टीम पटना रवाना हो गई।
जानें क्या था पूरा मामला
भागलपुर के तत्कालीन जिलाधिकारी आदेश तितरमारे के हस्ताक्षर वाला एक चेक बैंक ने वापस कर दिया था। यह चेक एक सरकारी खाते का था। इसके बाद उन्होंने जांच के लिए एक कमेटी बनाई थी। कमेटी की जांच में इंडियन बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा स्थित सरकारी खातों में पैसे न होने की पुष्टि हुई थी। इसके बाद तत्कालीन जिलाधिकारी ने इसकी जानकारी राज्य सरकार को दी थी। बताया जाता है कि कई सरकारी विभागों की रकम विभागीय खातों में न जाकर ‘सृजन महिला विकास सहयोग समिति’ नाम के एनजीओ के खातों में भेज दी जाती थी। बता दें कि इससे पहले भी सृजन घोटाला मामले में कई लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी हैं।