Edited By Ramanjot, Updated: 02 Feb, 2025 10:01 PM
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को बांका जिले में चल रही विकासात्मक योजनाओं के संबंध में समाहरणालय सभागार में समीक्षात्मक बैठक की। समीक्षात्मक बैठक में बांका जिले के जिलाधिकारी अंशुल कुमार ने जिले के विकास कार्यों का प्रस्तुतीकरण के माध्यम से...
पटना:मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को बांका जिले में चल रही विकासात्मक योजनाओं के संबंध में समाहरणालय सभागार में समीक्षात्मक बैठक की। समीक्षात्मक बैठक में बांका जिले के जिलाधिकारी अंशुल कुमार ने जिले के विकास कार्यों का प्रस्तुतीकरण के माध्यम से विस्तृत जानकारी दी।
जिलाधिकारी ने दी जिले में चल रही विकासात्मक योजानाओं की प्रगति एवं अद्यतन स्थिति के संबंध में विस्तृत जानकारी
जिलाधिकारी ने बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना, मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना, कुशल युवा कार्यक्रम, हर घर नल का जल एवं उनका अनुरक्षण, हर घर तक पक्की गली-नाली निर्माण, मुख्यमंत्री ग्रामीण सोलर स्ट्रीट लाइट योजना, हर खेत तक सिंचाई का पानी, कृषि फीडर का निर्माण, मुख्यमंत्री कृषि विद्युत कनेक्शन योजना, मुख्यमंत्री उद्यमी योजना, उच्चतर शिक्षा हेतु महिलाओं को प्रोत्साहन, स्वास्थ्य उपकेंद्र में टेलीमेडिसिन के माध्यम से चिकित्सा परामर्श, पशु चिकित्सा सेवाओं की डोर स्टेप डिलीवरी एवं पंचायत सरकार भवन के निर्माण की अद्यतन स्थिति के संबंध में मुख्यमंत्री को विस्तृत जानकारी दी। इसके अलावा हर पंचायत में 10+2 विद्यालय, ग्राम पंचायत, नगर पंचायत में खेल-कूद को बढ़ावा देने हेतु स्पोर्ट्स क्लब का गठन, प्रत्येक पंचायत में खेल का मैदान, मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना (अवशेष), मुख्यमंत्री ग्रामीण सेतु योजना, शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में स्वयं सहायता समूहों का गठन, राजस्व प्रशासन में पारदर्शिता, दाखिल खारिज / परिमार्जन / परिमार्जन प्लस एवं जल-जीवन-हरियाली के तहत जीर्णोद्धार कराए गए सार्वजनिक कुओं, पोखर तथा तालाबों की अद्यतन स्थिति के संबंध में जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री को विस्तृत जानकारी दी। समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री के समक्ष जनप्रतिनिधियों ने अपने-अपने क्षेत्र की समस्याएं भी रखीं।
मुख्यमंत्री ने किया बैठक में सभी का स्वागत
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं आप सभी का इस बैठक में अभिनदन एवं स्वागत करता हू। बांका के जिलाधिकारी अंशुल कुमार ने जिले में चल रही विकासात्मक योजानाओं की प्रगति एवं अद्यतन स्थिति के संबंध में विस्तृत जानकारी दी है। मैं इसके लिए उन्हें धन्यवाद देता हूं। यहां उपस्थित आप सभी जन प्रतिनिधियों ने भी अपनी-अपनी बातें रखी है। हम अधिकारियों से कहेंगे कि वे इनके बातों को ध्यान में रखते हुए आगे की कार्रवाई सुनिश्चित करें। प्रगति यात्रा शुरू होने के पहले ही प्रत्येक जिले की समस्याएं एवं वहां की जरूरतों की जानकारी अधिकारियों ने ली थी। उसको ध्यान में रखते हुए हमलोग कई निर्णय ले चुके हैं। जिसकी आज घोषणा की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार के लोगों ने 24 नवंबर 2005 से हमलोगों को यहां काम करने का मौका दिया। तब से भाजपा के साथ मिलकर निरंतर हमलोग बिहार को आगे बढ़ाने में लगे हैं। श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी ने ही हमें मुख्यमंत्री बनने का मौका दिया था। वर्ष 2005 से पहले बिहार का बुरा हाल था। शाम के बाद लोग अपने घरों से बाहर निकलने में डरते थे। हमलोगों के विकास कार्यों से बिहार का माहौल अब पूरी तरह से बदल गया है। अब कोई भी व्यक्ति जब चाहे, जहां चाहे अपनी इच्छा अनुसार आ जा रहा है। उन लोगों को जब बिहार के लोगों ने मौका दिया तो वे लोग कुछ नहीं किए। सिर्फ बात बनाने में लगे रहे और अब भी अनाप-शनाप बोलने में लगे रहते हैं।
हर क्षेत्र में विकास के काम किए जा रहे हैं: सीएम नीतीश
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2005 के पहले अस्पतालों में इलाज का इंतजाम नहीं था, सड़कें जर्जर थीं। शिक्षा की हालत ठीक नहीं थी। ग्रामीण इलाकों में बिजली नहीं रहती थी। राजधानी पटना में भी प्रतिदिन 8 से 9 घंटे मुश्किल से बिजली की आपूर्ति होती थी। प्रायः हिन्दू-मुस्लिम के बीच विवाद की खबरें आती थीं। सड़कों का काफी अभाव था। प्रारंभ से हमलोग बिहार का विकास कर रहे हैं। हर क्षेत्र में विकास के काम किए जा रहे हैं। हिन्दू-मुस्लिम के बीच विवाद खत्म करने के लिए वर्ष 2006 से हमलोगों ने कब्रिस्तानों की घेराबंदी शुरू कराई। अब तक 8 हजार से अधिक कब्रिस्तानों की घेराबंदी करा दी गई है और शेष बचे कब्रिस्तानों की घेराबंदी कराई जा रही है। अब कहीं कोई हिन्दू-मुस्लिम के बीच विवाद नहीं है। हमलोगों ने देखा कि मंदिरों से मूर्ति चोरी की घटनाएं हो रही हैं, इसे देखते हुए वर्ष 2016 से पुराने मंदिरों की चहारदीवारी के निर्माण कार्य शुरू कराया गया ताकि मंदिरों में चोरी की घटनाएं न हों। श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी के सरकार के समय पूरे देश में बड़े पैमाने पर सड़कों के निर्माण का काम शुरू कराया गया। हमलोगों ने शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, पुल-पुलिया के निर्माण का काफी काम कराया है, जिसके कारण बिहार के किसी भी सुदूरवर्ती इलाके से पहले 6 घंटे में लोग पटना पहुंचते थे, अब उसे घटाकर 5 घंटे किया गया है। इसके लिए हर प्रकार से काम किया जा रहा है।
बड़ी संख्या में सरकारी शिक्षकों की बहाली की जा रही: सीएम
मुख्यमत्री ने कहा कि वर्ष 2006 से सरकारी विद्यालयों में पढ़नेवाले बच्चों के लिए पोशाक योजना की शुरुआत की गई। इसके बाद वर्ष 2008 में 9वीं कक्षा में पढनेवाली लड़कियों के लिए साइकिल योजना शुरू की गई लेकिन जब लड़कों ने मांग शुरू की तो वर्ष 2010 से उनके लिए भी साइकिल योजना शुरू की गई। बिहार में बड़े पैमाने पर नियोजित शिक्षकों की बहाली की गई है। स्कूल भवनों का निर्माण कराकर शिक्षा के क्षेत्र में सुधार लाने का प्रयास किया गया है। बड़ी संख्या में सरकारी शिक्षकों की भी बहाली की जा रही है, इसके साथ ही नियोजित शिक्षकों को परीक्षा के माध्यम से सरकारी मान्यता प्रदान की जा रही है। मदरसों को भी सरकारी मान्यता प्रदान की गई और वहां पढ़ाने वाले शिक्षकों को सरकारी शिक्षक के अनुरूप वेतन दिया जा रहा है।
सभी सरकारी अस्पतालों में मुफ्त दवा एवं इलाज की सुविधा उपलब्ध कराई:सीएम
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एक माह में सिर्फ 39 मरीज इलाज कराने आते थे। हमलोगों ने वर्ष 2006 से सभी सरकारी अस्पतालों में मुफ्त दवा एवं इलाज की सुविधा उपलब्ध कराई, जिसके कारण अब प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रतिमाह औसतन 11 हजार से अधिक मरीज इलाज कराने पहुंच रहे हैं। आप सभी जनप्रतिनिधि इन बातों को याद रखिए और लोगों को भी बताइये। पहले बिहार में सिर्फ 6 सरकारी मेडिकल कॉलेज थे। अब उनकी संख्या बढ़कर 12 हो गई है। इसके अलावा 14 मेडिकल कॉलेजों का निर्माण कार्य तेजी से आगे बढ़ रह रहा है। सभी जिलों में मेडिकल कॉलेज खोले जा रहे हैं। पटना मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, पुराने 6 मेडिकल कॉलेजों में से एक है, जिसे 5400 बेड का वर्ल्ड क्लास अस्पताल बनाया जा रहा है। इस देश में इतना बड़ा अस्पताल कहीं नहीं है। शेष 5 पुराने मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल का भी विस्तार करते हुए 2500 बेड का कराया जा रहा है। आई०जी०आई०एम०एस० का भी विस्तार किया जा रहा है, यहां पर 3000 बेड और समुचित इलाज की सुविधा उपलब्ध होगी। हमलोगों ने वर्ष 2015 से सात निश्चय योजना के माध्यम से हर घर नल का जल, हर घर पक्की गली एवं नाली का निर्माण, हर घर शौचालय, हर घर तक बिजली का कनेक्शन जैसी मूलभूत सुविधाएं लोगों तक पहुंचा दी है।
बिहार पुलिस में महिलाओं की जितनी संख्या है उतना देश के किसी भी अन्य राज्य के पुलिस बल में नहीं
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2006 से पंचायती राज संस्थाओं तथा वर्ष 2007 से नगर निकायों में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया गया, इसके तहत अब तक 4 चुनाव हो चुके हैं। बड़ी संख्या में महिलायें चुनकर आई हैं। हमलोगों ने महिलाओं के उत्थान के लिए हर प्रकार से काम किया है। वर्ष 2013 से पुलिस की बहाली में महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षण दिया गया। अब बिहार के पुलिस बल में महिलाओं की संख्या अन्य राज्यों की तुलना में सबसे अधिक है। बिहार पुलिस में महिलाओं की जितनी संख्या है उतना देश के किसी भी अन्य राज्य के पुलिस बल में नहीं है। वर्ष 2016 से सभी सरकारी सेवाओं में हमलोगों ने महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षण देना शुरू किया है।
बिहार में अब तक 34 हजार जीविका स्वयं सहायता समूह का गठन हो चुका है: सीएम
सीएम ने कहा कि पहले बिहार में स्वयं सहायता समूहों की संख्या काफी कम थी। वर्ष 2005 में जब हमलोगों की सरकार बिहार में बनी तो हम लोगों ने वर्ष 2006 में विश्व बैंक से कर्ज लेकर स्वयं सहायता समूहों की संख्या बढ़ाने का काम शुरू किया। बिहार में अब जीविका स्वयं सहायता समूहों की संख्या 10 लाख 61 हजार हो गई है जिनसे 1 करोड़ 35 लाख जीविका दीदियां जुड़ी हैं। स्वयं सहायता समूह का नाम जीविका समूह हमने ही दिया है और उनसे जुड़ी महिलाओं को हमलोग जीविका दीदी कहते हैं। हमलोगों के इस काम से प्रेरित होकर उस समय की केंद्र सरकार ने भी इसे अपनाया और इसका नाम पूरे देश में आजीविका किया। बिहार के शहरी क्षेत्रों में भी अब हमलोगों ने जीविका समूहों का गठन शुरू कराया है। अब तक 34 हजार जीविका स्वयं सहायता समूह का गठन हो चुका है, जिनसे 3 लाख 80 हजार जीविका दीदियां जुड़ चुकी हैं। हमलोग समाज के हर तबके के उत्थान के लिए काम करते हैं, किसी के साथ भेदभाव नहीं करते हैं।
अब तक 9 लाख लोगों को सरकारी नौकरी दे दी गई :नीतीश
मुख्यमंत्री ने कहा कि सात निश्चय-2 योजना के तहत हमलोगों ने 10 लाख लोगों को सरकारी नौकरी देने का लक्ष्य निर्धारित किया था, जिसे बढ़ाकर 12 लाख किया गया है। अब तक 9 लाख लोगों को सरकारी नौकरी दे दी गई है। इसके अलावा 10 लाख लोगों को रोजगार देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। अब तक 24 लाख लोगों को रोजगार मुहैया कराया गया है। वर्ष 2025 में 12 लाख लोगों को सरकारी नौकरी तथा 34 लाख लोगों को रोजगार मुहैया करा दिया जाएगा। हमलोगों ने सभी पार्टियों के साथ बैठक कर बिहार में जाति आधारित गणना कराई जिसमें 94 लाख गरीब परिवारों को चिह्नित किया गया है, जो हर जाति से जुड़े हैं। ऐसे गरीब परिवारों को प्रति परिवार 2 लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जा रही है ताकि वे अपना जीविकोपार्जन कर सकें।
बांका जिले में अब तक स्वयं 24,932 जीविका स्वयं सहायता समूहों का गठन हो चुका है:सीएम
मुख्यमंत्री ने कहा कि इंजीनियरिंग कॉलेज, पारा मेडिकल संस्थान और छात्रावासों का निर्माण कराया गया है। साथ ही राजकीय पॉलिटेक्निक संस्थान, महिला आई०टी०आई०, सभी अनुमंडलों में आई०टी०आई०, छात्रावास, जी०एन०एम० संस्थान, आवासीय विद्यालय, अनेक पथों एवं पुल-पुलियों का निर्माण कराया गया है। हमलोग यहां मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल भी बनवाने का भी निर्णय लिया है। इसके लिए जमीन चिन्हित की जा चुकी है, जिसे आज हम जाकर देखें हैं। यहां दो स्टेट हाई-वे का निर्माण तथा मंदार पर्वत पर रोप-वे की निर्माण कराया गया है। वर्ष 2021 में मंदार पर्वत पर रोप-वे की सुविधा शुरू कराई जा चुकी है। यहां चांदन जलाशय की मरम्मती कार्य, नहरों का जीर्णोद्धार तथा ओढ़नी डैम में पर्यटकीय सुविधाओं का विकास कराया गया है। बांका जिले में 29 पंचायत सरकार भवन का निर्माण पूर्ण हो गया है। इसके अलावा जिन पंचायत सरकार भवनों का निर्माम कार्य शेष है, उन सभी का निर्माण कार्य जून 2025 तक पूर्ण करा दिया जाएगा। हमने केंद्र सरकार, राज्य सरकार की तर्ज पर पंचायत सरकार भवन के निर्माण कराने का निर्णय लिया। बांका जिले में 2 विद्युत ग्रिड सब स्टेशन, 19 पावर सब स्टेशन, कृषि कार्य हेतु 37 डेडीकेटेड कृषि फीडर का निर्माण कराय गया है। बांका जिले में अब तक स्वयं 24,932 जीविका स्वयं सहायता समूहों का गठन हो चुका है, जिनसे 3 लाख 5 हजार जीविका दीदियां जुड़ी हैं। यहां 3 जीविका दीदी की रसोई भी संचालित हो रही है।
बांका जिले में लोगों की मांगों के संबंध में मुख्यमंत्री की महत्वपूर्ण घोषणायें
- जैसा हमने अभी बताया कि बाँका में मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल का निर्माण कराया जायेगा। आज हम इसके निर्माण के लिए चिन्हित भूमि को देखने गये।
- बाँका-अमरपुर राज्य उच्च पथ-25 का चौड़ीकरण किया जायेगा, इससे भागलपुर और बांका के बीच बेहतर सड़क सम्पर्कता स्थापित होगी और लाखों कांवरिया श्रद्धालुओं को यात्रा में सुविधा होगी।
- सुल्तानगंज से दर्दमारा बोर्डर तक काँवरिया कच्चे पथ के बगल से गुजरने वाले राज्य उच्च पथ संख्या-22 का चौड़ीकरण किया जायेगा। यह पथ भागलपुर, मुंगेर एवं बाँका जिलों से गुजरता है।
- अमरपुर में ग्रिड सब-स्टेशन तथा बौंसी एवं बेलहर में पावर सब-स्टेशन का निर्माण किया जायेगा, इससे बड़ी आबादी को गुणवत्तापूर्ण विद्युत आपूर्ति की जा सकेगी।
- बाँका जिला अन्तर्गत कटोरिया में एक डिग्री कॉलेज की स्थापना की जायेगी।
- रजौन प्रखंड में कतरिया नदी पर बरौनी गाँव में एक नया चेक डैम बनाया जायेगा।
- कटोरिया में पूर्व से उपलब्ध लगभग 193 एकड़ सरकारी भूमि एवं आवश्यकतानुसार लगभग 37 एकड़ भू-अर्जित जगह पर औद्योगिक क्षेत्र का विकास किया जायेगा।
- गंगा नदी का पानी हनुमाना डैम में पहुँचाया जायेगा, इससे किसानों को सिंचाई में सुविधा होगी।
- बाँका जिले में बौंसी एवं बराहाट प्रखंडों में नये प्रखंड-सह-अंचल कार्यालय भवन का निर्माण कराया जायेगा।
- इन सब कामों को करा दिया जायेगा और इसके अतिरिक्त बाँका जिले में और कोई भी जरूरत होगी, उसको भी कराया जायेगा।
Spo fin कराया जाएगा, जिसके लिए चिन्हित जमीन की घेराबंदी कर के चिकित्सकों एवं मेडिकल कॉलेज में पढने वाले छात्रों के आवासन सहित हर प्रकार की जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी। यहां मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल का निर्माण हो, यह हमारी पहले से ही इच्छा रही है। इसके अतिरिक्त यहां जो भी जरूरतें हैं उन सभी कामों को किया जाएगा। 1 फरवरी 2025 को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला रमण ने लोकसभा में केंद्रीय बजट पेश किया। इस बजट में बिहार की सहायता के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं उनके द्वारा की गई है। 23 जुलाई 2024 को केंद्र में नई सरकार गठन के बाद कई विकास योजनाओं के अतिरिक्त बिहार को विशेष आर्थिक मदद देने की घोषणा की गई थी। केंद्र द्वारा बिहार के विकास के लिए संपूर्ण बजट में विशेष ध्यान रखा गया है। इसके लिए मैं आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी एवं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण जी को विशेष रुप से धन्यवाद देता हूं। बिहार को आगे बढ़ाने के लिए केंद्र का भरपूर सहयोग मिल रहा है। वर्ष 2005 से पहले बिहार की बदतर स्थति थी। वर्ष 2005 के बाद हमलोगों ने बिहार में जो बदलाव लाया है, उन सब चीजों से लोगों को अवगत करायें, आप सभी जनप्रतिनिधियों का यह भी दायित्व है। हम जब केंद्र में मंत्री थे तभी सबके हित में काम करते थे। कुछ लोगों का काम करने में नहीं बल्कि गड़बड़ करने में विश्वास है। हमलोगों ने प्रारंभ से ही सबके हित और बिहार के विकास के लिए कार्य किया है और आगे भी करते रहेंगे।
जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री को पौधा एवं प्रतीक चिन्ह भेंटकर उनका अभिनंदन किया
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, जल संसाधन सह संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, खेल मंत्री सह बांका जिले के प्रभारी मंत्री सुरेंद्र मेहता, भवन निर्माण मंत्री जयंत राज, सांसद गिरधारी यादव, विधायक राम नारायण मंडल, विधायक मनोज यादव, विधान पार्षद विजय कुमार सिंह, बांका जिला परिषद् के अध्यक्ष राजेंद्र यादव, बांका नगर परिषद् के सभापति अनिल कुमार सिंह, 20 सूत्री के उपाध्यक्ष ब्रजेश मिश्रा, मुख्यमंत्री क प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा, पुलिस महानिदेशक विनय कुमार, विभिन्न विभागों के अपर मुख्य सचिव/ प्रधान सचिव / सचिव, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, भागलपुर प्रमंडल के आयुक्त दिनेश कुमार, भागलपुर प्रक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक विवेक कुमार, बांका के जिलाधिकारी अंशुल कुमार, पुलिस अधीक्षक उपेन्द्र नाथ वर्मा सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति एवं वरीय अधिकारी उपस्थित रहे।