Edited By Swati Sharma, Updated: 04 Oct, 2024 06:49 PM
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दरभंगा के इंडोर स्टेडियम में बाढ़ पीड़ितों के लिए तैयार किये जा रहे बाढ़ राहत फूड पैकेजिंग सेंटर का जायजा लिया और फूड पैकेट में दिये जा रहे सामानों की जानकारी ली। इस दौरान मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी एवं संबंधित अधिकारियों...
पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दरभंगा के इंडोर स्टेडियम में बाढ़ पीड़ितों के लिए तैयार किये जा रहे बाढ़ राहत फूड पैकेजिंग सेंटर का जायजा लिया और फूड पैकेट में दिये जा रहे सामानों की जानकारी ली। इस दौरान मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी एवं संबंधित अधिकारियों को जल्द से जल्द बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने दरभंगा जिला अंतर्गत कोसी पश्चिमी तटबंध के टूटने से प्रभावित क्षेत्र के बाढ़ पीड़ित परिवारों के खाते में 9 अक्टूबर से पहले 7-7 हजार रुपए की दर से आनुग्रहिक अनुदान दिये जाने का निर्देश दिया।
मुख्यमंत्री ने निरीक्षण के दौरान कहा कि राज्य के खजाने पर पहला अधिकार आपदा पीड़ितों का है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत सामग्री की उपलब्धता एवं उसका वितरण, दवा, पशुचारा, बाढ़ आश्रय स्थल, सामुदायिक रसोई, ड्राई राशन पैकेट्स / फूड पैकेट्स समय पर लोगों को उपलब्ध हो इसका ध्यान रखें। आपदा प्रबंधन विभाग की तरफ से चलाए जा रहे राहत कार्यों को प्रस्तुतीकरण के माध्यम से जानकारी मुख्यमंत्री को दी गई।
दरभंगा के लहेरियासराय के इंडोर स्टेडियम में फूड पैकेजिंग सेंटर का जायजा लेने के बाद मुख्यमंत्री ने किरतपुर कुशेश्वरस्थान प्रखंड के बाढ़ ग्रस्त इलाके का भी दौरा किया। मुख्यमंत्री ने बिरौल अनुमंडल क्षेत्र के पूनांच में बाढ़ पीड़ित परिवारों के लिए चलाये जा रहे कम्युनिटी किचेन का जायजा लिया। पूनांच गांव में चल रहे सामुदायिक रसोई घर का निरीक्षण किया जहां बाढ़ पीड़ित परिवारों के लिए भोजन, दूध सहित अन्य व्यवस्थायें की गई है। मुख्यमंत्री ने खाने का स्थल, रसोई घर, वाटर एटीएम, स्वास्थ्य कैंप, पशु चिकित्सा केन्द्र आदि का भी अवलोकन किया। मुख्यमंत्री ने भोजन के बारे में बाढ़ पीड़ित परिवारों से फीडबैक प्राप्त किया, जहां बाढ़ पीड़ितों ने भोजन की गुणवत्ता और जिला प्रशासन द्वारा की जा रही कार्यों की सराहना की।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि सूखा राहत और फूड पैकेट की आपूर्ति बाढ़ पीड़ितों के बीच लगातार करते रहें। मुख्यमंत्री ने राहत कैंप में जन्म लेने वाले नवजात बच्चे की मां को 10 हजार रुपये का चेक / प्रोत्साहन राशि प्रदान किया।