Edited By Harman, Updated: 17 Oct, 2024 08:53 AM
बिहार में 2016 से शराबबंदी लागू है लेकिन वास्तविकता यह है कि बिहार में आज भी धड़ल्ले से शराब का अवैध कारोबार हो रहा है। कहीं चोरी चुपके शराब बेची जा रही है तो कहीं इसे बनाने के लिए अवैध फैक्ट्री भी चल रही है। इसी क्रम में ताजा मामला पटना से आया है,...
पटना: बिहार में 2016 से शराबबंदी लागू है लेकिन वास्तविकता यह है कि बिहार में आज भी धड़ल्ले से शराब का अवैध कारोबार हो रहा है। कहीं चोरी चुपके शराब बेची जा रही है तो कहीं इसे बनाने के लिए अवैध फैक्ट्री भी चल रही है। इसी क्रम में ताजा मामला पटना से आया है, जहां जिला उत्पाद विभाग ने नकली शराब बनाने वाली फैक्ट्री का पर्दाफाश किया है। साथ ही दो धंधेबाजों को भी गिरफ्तार किया।
पटना जिला उत्पाद विभाग ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि कांटी फैक्ट्री रोड के गांधीनगर में एक कमरे में नकली शराब बनाने की फैक्ट्री चल रही। उत्पाद पुलिस ने गुप्त सूचना के आलोक में कार्रवाई करते हुए वरीय अधिकारियों के निर्देशन में एक छापेमारी टीम का गठन किया। टीम ने कार्रवाई करते हुए छापेमारी की। छापेमारी के दौरान उत्पाद विभाग ने वैशाली के रहने वाले अमन कुमार और समस्तीपुर के रहने वाले मोहित दिनकर को पकड़ा। साथ ही 191 बोतल शराब भी जब्त की।
उत्पाद पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार लोगों से पूछताछ में एक और नकली विदेशी शराब बनाने की फैक्ट्री की जानकारी मिली। गिरफ्तार लोगों के बताए गए पते के आधार पर तुरंत छापेमारी की गई। बहादुरपुर वार्ड संख्या 47 में गोलू सिंह लॉज के कमरे में शराब फैक्ट्री चल रही थी, जहां से उत्पाद विभाग ने 86 बोतल विदेशी शराब, 200 पीस ढक्कन, 600 रैपर पैकिंग मशीन और 800 पीस खाली शराब की बोतल की बरामदगी की।