Edited By Swati Sharma, Updated: 05 Nov, 2022 04:53 PM

जानकारी के मुताबिक, मामला मुजफ्फरपुर जिले के सकरा प्रखंड के भरतीपुर गांव का है। बताया जा रहा है कि गांव के रहने वाले 75 साल के बुजुर्ग हरिचंद्र दास ने 14 नवंबर 2021 को स्वयं से अपना श्राद्ध किया था। इस साल उन्होंने 4 नवंबर यानी शुक्रवार को अपनी बरसी...
मुजफ्फरपुरः आपने लोगों के मरने के बाद श्राद्ध और बरसी करते तो देखा होगा, लेकिन आज हम आपको एक ऐसे शख्स के बारे में बताएंगे,जिन्होंने मरने से पहले ही स्वयं अपना श्राद्ध किया और अब बरसी भी कर ली। यह अनोखा मामला बिहार के मुजफ्फरपुर जिले से सामने आया है, जहां पर 75 साल के बुजुर्ग ने 2021 में स्वयं अपना श्राद्ध किया था और अब उन्होंने अपनी बरसी मनाई है। वहीं इस दौरान गांव के लोग भी मौजूद हुए।

सारे नियम के साथ की गई बरसी
जानकारी के मुताबिक, मामला मुजफ्फरपुर जिले के सकरा प्रखंड के भरतीपुर गांव का है। बताया जा रहा है कि गांव के रहने वाले 75 साल के बुजुर्ग हरिचंद्र दास ने 14 नवंबर 2021 को स्वयं से अपना श्राद्ध किया था। इस साल उन्होंने 4 नवंबर यानी शुक्रवार को अपनी बरसी मनाई। उन्होंने पूरे विधि विधान के साथ बरसी की पूजा, सिर मुंडवाने, धोती पहनी जैसे सारे नियम किए गए। इसके बाद जो भी दान दिया जाता है, उसको दिया गया। शुक्रवार देर शाम तक सारे नियम किए गए और रात को सभी को भोजन करवाया गया। इस दौरान उनके साथ परिवार के सभी सदस्य और गांव को लोग भी शामिल थे।

हम तो साधु-संत हैंः हरिचंद्र दास
वहीं जब इसके बारे में उनसे पूछा गया तो उन्होंने बताया कि हम तो साधु-संत हैं। हम अपना सारा काम खुद करके जाएंगे। इसलिए अपना श्राद्ध हमने स्वयं किया हैं। बता दें कि हरिचंद्र दास के 2 बेटे हैं और वह दोनों ही दूसरे राज्य में जाकर काम करते हैं। हरिचंद्र बुजुर्ग हो चुके हैं। वह गांव में खेतीबाड़ी का काम करते है। यही इनकी रोजी-रोटी का मुख्य जरिया है। बता दें कि हरिचंद्र दास की इस अनोखी सोच का गांव वाले भी समान करते हैं और वह पूरे विधि विधान के साथ अपना श्राद्ध करते है।