Edited By Ramanjot, Updated: 21 Sep, 2024 11:20 AM
श्रम संसाधन मंत्री संतोष कुमार सिंह ने शुक्रवार को आयोजित प्रमंडलीय रोजगार मेला का शुभारंभ करने के बाद एक समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि जो गरीब हैं और दो जून की रोटी भी नसीब नहीं होता, वे भी एक जून का पेट काटकर अपने बच्चों को पढ़ाते हैं। अब उनका...
भागलपुर: बिहार के श्रम संसाधन मंत्री संतोष कुमार सिंह ने कहा कि राज्य सरकार की ओर से प्रदेश के हर गांव, हर गली के बच्चे को तैयार करने के लिए कौशल विकास मिशन लाया गया है, जिससे वैश्विक प्रतियोगिता में वे अपनी उपस्थिति दर्ज करा सकें। साथ ही उन्होंने कहा कि हमारा विभाग किसी को बेरोजगार नहीं छोड़ेगा। प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में नियोजन मेला का आयोजन किया जाएगा।
श्रम संसाधन मंत्री संतोष कुमार सिंह ने शुक्रवार को आयोजित प्रमंडलीय रोजगार मेला का शुभारंभ करने के बाद एक समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि जो गरीब हैं और दो जून की रोटी भी नसीब नहीं होता, वे भी एक जून का पेट काटकर अपने बच्चों को पढ़ाते हैं। अब उनका सपना साकार होगा। आज बिहार में 151 आईटीआई हैं। सिंह ने कहा कि पहले रोजगार की तलाश में बिहार के युवा दिल्ली, मुंबई आदि महानगरों से जाकर वापस आ जाते थे। वहां उन्हें परेशानी होती थी, कंपनी के जटिल प्रक्रिया उन्हें समझ नहीं आती थी। अब उन्हें रोजगार दिलाने हेतु यहीं कंपनियों को यहां (बिहार) बुलाकर नियोजन मेला लगाया जा रहा है। रोजगार दिलाने के उपरांत भी तीन महीने तक उनका अनुश्रवण किया जाता है कि जिस कंपनी ने जिन शर्तों पर उन्हें ले गई है, वे पूरा कर रहे हैं कि नहीं। यह भी देखा जा रहा है।
प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में होगा नियोजन मेला का आयोजन
श्रम संसाधन मंत्री ने कहा कि प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में नियोजन मेला का आयोजन होगा, जिससे बच्चों को रोजगार का अवसर मिलता रहे। श्रम संसाधन विभाग किसी को बेरोजगार नहीं छोड़ेगा। इस मेला में आज लगभग 2000 बच्चों को रोजगार दिलाया जाएगा। इस मौके पर क्षेत्रीय सांसद अजय मंडल, विधायक पवन यादव,विधान पार्षद डॉ एनके यादव एवं जिला भारतीय जनता पार्टी (भाजपा )अध्यक्ष संतोष कुमार भी मौजूद थे।