Edited By Ramanjot, Updated: 21 Dec, 2025 01:25 PM

Bihar Land Rate: ग्रामीण इलाकों में अंतिम बार MVR संशोधन 2013 में शहरी इलाकों में अंतिम संशोधन 2016 में हुआ था। बीते एक दशक में जमीन की कीमतों में तेज़ वृद्धि हुई, लेकिन सर्किल रेट अपडेट नहीं होने से सरकार को राजस्व का नुकसान हो रहा था।
Bihar Land Rate: बिहार भूमि (Bihar Bhumi) से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है। दरअसल, पटना जिले के शहरी और ग्रामीण इलाकों में जमीन की न्यूनतम मूल्य दर (MVR / सर्किल रेट) में भारी बढ़ोतरी होने जा रही है। जिला मूल्यांकन समिति की सिफारिश और निबंधन विभाग की समीक्षा के बाद जल्द ही नई दरें लागू की जाएंगी।
स्टांप ड्यूटी में भी बढ़ोतरी
नई MVR लागू होने के बाद जमीन की रजिस्ट्री के समय 10 प्रतिशत स्टांप ड्यूटी नए रेट के अनुसार देनी होगी। उदाहरण के तौर पर ऐसे में ₹3 करोड़ की जमीन पर ₹30 लाख स्टांप शुल्क तो वहीं ₹5 करोड़ की जमीन पर ₹50 लाख स्टांप शुल्क लगेगा
पटना के प्रमुख इलाकों में जमीन के नए रेट (प्रति कट्ठा)
सूत्रों के अनुसार, पटना के पॉश और विकसित इलाकों में जमीन की कीमतों में जबरदस्त उछाल देखा जाएगा:
- फ्रेजर रोड: न्यूनतम ₹5 करोड़
- दानापुर: लगभग ₹2 करोड़
- कंकड़बाग (मुख्य सड़क): करीब ₹3 करोड़
- बिहटा (कृषि भूमि): ₹70,000–₹80,000 प्रति कट्ठा
शहरी और ग्रामीण इलाकों में कितनी बढ़ी दरें?
- शहरी इलाके: सर्किल रेट में लगभग 3 गुना बढ़ोतरी
- पटना से सटे ग्रामीण इलाके: लगभग 4 गुना बढ़ोतरी
इससे जमीन के बाजार मूल्य और सर्किल रेट के बीच का अंतर काफी हद तक कम हो जाएगा।
10 साल बाद हुआ बड़ा बदलाव
ग्रामीण इलाकों में अंतिम बार MVR संशोधन 2013 में शहरी इलाकों में अंतिम संशोधन 2016 में हुआ था। बीते एक दशक में जमीन की कीमतों में तेज़ वृद्धि हुई, लेकिन सर्किल रेट अपडेट नहीं होने से सरकार को राजस्व का नुकसान हो रहा था।