Edited By Harman, Updated: 04 Mar, 2025 08:49 AM

बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने सोमवार को राज्य विधान परिषद के समक्ष आरोप लगाया कि उनके पति एवं राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद ने कोई गलत काम नहीं किया इसके उन्हें बावजूद सजा मिली। उच्च सदन में विपक्ष की नेता राबड़ी देवी ने...
Bihar Budget2025: बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी (Rabri Devi) ने सोमवार को राज्य विधान परिषद के समक्ष आरोप लगाया कि उनके पति एवं राष्ट्रीय जनता दल (RJD) अध्यक्ष लालू प्रसाद( Lalu Prasad) ने कोई गलत काम नहीं किया इसके उन्हें बावजूद सजा मिली। उच्च सदन में विपक्ष की नेता राबड़ी देवी ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) और आयकर विभाग की तरफ से हर दूसरे दिन नोटिस मिलने की भी शिकायत की।
राजद के कार्यकाल को लगातार निशाना बनाए जाने पर पूर्व मुख्यमंत्री ने व्यक्त की नाराजगी
सदन के भीतर उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल (यूनाइटेड) के प्रवक्ता एवं विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) नीरज कुमार की ओर रुख करते हुए कहा, ‘‘आपको लालू जी पर निशाना साधना और उन्हें जेल में रहने के दौरान दिए गए कैदी नंबर से बुलाना बहुत पसंद है। लालू जी को बिना कुछ गलत किए सजा मिली।'' राबड़ी देवी ने जद(यू) नेता पर यह टिप्पणी करते हुए भी कटाक्ष किया, ‘‘आप लोग ईडी, सीबीआई और आयकर विभाग के डर में जीते हैं। हमें देखिए, हमें हर दूसरे दिन इन एजेंसियों द्वारा नोटिस दिए जाते हैं। लेकिन हम बिना किसी डर के बिहार में रह रहे हैं और काम कर रहे हैं।'' राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) द्वारा बिहार में राजद के कार्यकाल को लगातार निशाना बनाए जाने पर पूर्व मुख्यमंत्री ने नाराजगी व्यक्त की।
राबड़ी देवी ने कहा, ‘‘सत्तारूढ़ पक्ष को राजद के 15 साल के कार्यकाल के बारे में बात करने की आदत हो गई है, जिसे बिहार के लोग अब याद नहीं करते हैं। जब उन दिनों की बात करते हैं, तो आप इस बात को क्यों छिपाते हैं कि अटल बिहारी वाजपेयी सरकार बिहार को कोई आर्थिक सहायता नहीं कर रही थी फिर भी हमने सड़कें बनाने और गरीब बच्चों को स्कूली शिक्षा उपलब्ध कराने की कोशिश की।''
गौरतलब है कि चारा घोटाले में आरोपपत्र दाखिल होने के कारण राजद प्रमुख को 1997 में मुख्यमंत्री का पद छोड़ना पड़ा और अपनी पत्नी को कमान सौंपनी पड़ी थी। प्रसाद को 2013 में चारा घोटाले के एक मामले में दोषी ठहराया गया था और उसके बाद से उन्हें कई अन्य मामलों में दोषी ठहराया गया है। रेल मंत्री रहने के दौरान राजद प्रमुख के कार्यकाल में ‘‘जमीन के बदले नौकरी'' तथा होटल घोटाला मामले में वह और उनके परिवार के अन्य सदस्य वर्तमान में ईडी के रडार पर हैं।