पटना में बड़े स्तर पर अतिक्रमण हटाओ अभियान, गंगा किनारे ध्वस्त हो रहे मकान

Edited By Ramanjot, Updated: 15 Feb, 2025 09:09 PM

large scale encroachment removal campaign in patna

राजधानी पटना में गंगा किनारे अतिक्रमण के खिलाफ बड़े पैमाने पर कार्रवाई शुरू हो गई है। प्रशासन ने सरकारी जमीन पर बनी अवैध इमारतों को तोड़ने की प्रक्रिया तेज कर दी है।

पटना: राजधानी पटना में गंगा किनारे अतिक्रमण के खिलाफ बड़े पैमाने पर कार्रवाई शुरू हो गई है। प्रशासन ने सरकारी जमीन पर बनी अवैध इमारतों को तोड़ने की प्रक्रिया तेज कर दी है। इस अभियान में अब तक दर्जनों मकान गिराए जा चुके हैं। वहीं, स्थानीय लोगों का दावा है कि उनके पास जमीन से संबंधित पुराने दस्तावेज हैं, लेकिन प्रशासन उन्हें अमान्य मान रहा है।

गंगा किनारे चला बुलडोजर, दर्जनों मकान ध्वस्त

पटना में गंगा नदी के किनारे अवैध रूप से बने मकानों को गिराने के लिए प्रशासन ने शनिवार से व्यापक कार्रवाई शुरू कर दी। जिला प्रशासन भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचा और बुलडोजर की मदद से कई मकानों को ध्वस्त कर दिया गया। इस दौरान प्रशासन ने साफ किया कि सरकारी काम में बाधा डालने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। बिहार सरकार को शिकायत मिली थी कि गंगा किनारे अवैध कब्जे कर बड़े-बड़े मकान बना लिए गए हैं। इसी के बाद सरकार ने कार्रवाई का निर्देश दिया, जिसके तहत प्रशासन ने पुलिस बल की मौजूदगी में अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया शुरू की। अब तक कई मकान गिराए जा चुके हैं और आगे भी यह अभियान जारी रहेगा।

स्थानीय लोगों का छलका दर्द

इस कार्रवाई के दौरान स्थानीय लोग प्रशासन से अपनी जमीन के दस्तावेजों को लेकर बहस करते दिखे। इंद्रजीत कुमार नामक एक निवासी ने कहा,"हमारे पास पुस्तैनी जमीन के दस्तावेज हैं, लेकिन सरकार ऑनलाइन रसीद मांग रही है। बिना किसी नोटिस के हमारा घर तोड़ा जा रहा है। जब हम अधिकारी से पूछते हैं, तो कहा जाता है कि ऊपर से आदेश आया है।" गंगा किनारे के अतिक्रमण पर सख्ती से सरकार का यह कदम आगे और कितनी दूर तक जाएगा, यह देखने वाली बात होगी। वहीं, स्थानीय लोग इसे अन्याय करार दे रहे हैं और अपने घर बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।

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