बिहार के हर गरीब परिवार को आशियाना देना चाहते हैं नीतीश कुमार, बसेरा अभियान के जरिए गरीबों को मिल रहा बासगीत पर्चा

Edited By Ramanjot, Updated: 02 Sep, 2024 02:45 PM

nitish kumar wants to provide shelter to every poor family of bihar

बसेरा अभियान के तहत बेघर परिवारों को बी.पी.पी.एच.टी का पर्चा, गैरमजरूआ खास, आम भूमि, भूदान आदि प्रकार की भूमि दी जाती है। जमीन का पर्चा मिलने के बाद गरीब परिवारों को आवास योजना का आवंटन करना आसान हो जाता है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर...

पटना (विकास कुमार): मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार के हर गरीब परिवार को एक घर बनाकर देना चाहते हैं, लेकिन इस योजना में सबसे बड़ी बाधा ये है कि लाखों गरीब परिवारों के पास जमीन का टुकड़ा नहीं है। जमीन का मालिकाना हक नहीं रहने से लाखों गरीब परिवारों को सरकार की आवास योजना का लाभ नहीं मिल पाता है, इसलिए इस बाधा को खत्म करने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बसेरा अभियान चलाया है। बसेरा अभियान का मकसद बिहार के सभी बेघर परिवारों के पक्के घर का सपना पूरा करना है।

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बसेरा अभियान के तहत घर बनाने के लिए किस प्रकार की भूमि दी जाएगी? 
बसेरा अभियान के तहत बेघर परिवारों को बी.पी.पी.एच.टी का पर्चा, गैरमजरूआ खास, आम भूमि, भूदान आदि प्रकार की भूमि दी जाती है। जमीन का पर्चा मिलने के बाद गरीब परिवारों को आवास योजना का आवंटन करना आसान हो जाता है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर बिहार के प्रत्येक गरीब परिवार को घर बनाने के लिए कुल पांच-पांच डिसमिल भूमि दी जाती है। बसेरा अभियान की शुरुआत दिसंबर 2014 में हुई थी। इस योजना के तहत, राज्य सरकार भूमिहीन परिवारों को 5 डिसमिल जमीन देती है। जमीन मिलने के बाद, गरीब परिवारों को मकान भी मुहैया कराया जाता है। इस अभियान के तहत कोशिश की जाती है कि परिवारों को समूहों में बसाया जाए और उन्हें जरूरी सुविधाएं दी जाएं। अगर किसी परिवार का पहले से ही सरकारी जमीन पर घर बना हुआ है, तो उसे उतनी ही जमीन का पर्चा सरकार की तरफ से दे दिया जाता है।

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बिहार के मंत्री श्रवण कुमार ने की शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात 
बिहार के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने गत दिनों केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात कर बिहार को कम से कम छह लाख प्रधानमंत्री आवास देने की मांग की है। वहीं, महत्वपूर्ण यह भी है कि बिहार में वित्तीय वर्ष 2018-19 के बाद एससी-एसटी परिवारों का सर्वेक्षण भी नहीं कराया गया है। ऐसे में राज्य सरकार को पांच वर्ष के दौरान नए एससी-एसटी परिवार भी बनने का अनुमान है। इसे ध्यान में रखते हुए भी राज्य सरकार ने केंद्र से एससी-एसटी परिवारों का सर्वेक्षण कराने की भी अनुमति मांगी है। 

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बसेरा अभियान से बदल रही गरीब परिवारों की जिंदगी 
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बसेरा अभियान से बिहार के गरीब भूमिहीन परिवारों की जिंदगी बदल रही है। बिहार के अलग-अलग जिलों में गरीब भूमिहीन परिवारों को जमीन का बासगीत पर्चा दिया जाता है।जमीन का मालिकाना हक पाकर हर गरीब भूमिहीन परिवार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का आभार जताते हैं। गरीबों के उत्थान का दावा तो हर राजनेता करते हैं, लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बसेरा अभियान के जरिए इस दावे को हकीकत में बदल दिया है।

बिहार के हजारों गरीब परिवारों को बसेरा अभियान के तहत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पांच-पांच डिसमिल जमीन आवंटित की गई है। जमीन का मालिकाना हक मिलने के बाद गरीब परिवार आवास योजना के भी लाभार्थी बन सकते हैं।इसलिए ये कहना सही होगा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का बसेरा अभियान गरीब परिवारों के लिए आशा की नई किरण बन गई है।

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