Edited By Swati Sharma, Updated: 18 Aug, 2023 04:10 PM

बिहार के सबसे बड़े घोटाले सृजन घोटाले की मुख्य आरोपी रजनी प्रिया को सीबीआई ने 14 अगस्त को रिमांड पर लिया था। वहीं, आज 4 दिनों की रिमांड अवधि समाप्त होने पर सीबीआई ने रजनी प्रिया को पुलिस को हैंडोवर कर दिया। जहां से उन्हें पटना के बेउर जेल भेज दिया...
पटना(अभिषेक कुमार सिंह): बिहार के सबसे बड़े घोटाले सृजन घोटाले की मुख्य आरोपी रजनी प्रिया को सीबीआई ने 14 अगस्त को रिमांड पर लिया था। वहीं, आज 4 दिनों की रिमांड अवधि समाप्त होने पर सीबीआई ने रजनी प्रिया को पुलिस को हैंडोवर कर दिया। जहां से उन्हें पटना के बेउर जेल भेज दिया गया। अब इस मामले की अगली पेशी 21 अगस्त को होगी।
रजनी प्रिया को पेशी के बाद भेजा गया बेऊर जेल
फिलहाल सृजन घोटाले मामले की मुख्य आरोपित रजनी प्रिया बेउर जेल में रहेंगी। वही प्रिया पेशी के बाद मीडिया के सवालों से बचती हुई नजर आई। बता दें कि 2017 में बिहार के सबसे बड़े घोटाले सृजन घोटाले की जांच सीबीआई कर रही थी, जहां मुख्य आरोपी रजनी प्रिया को 6 साल के बाद यूपी के गाजियाबाद स्थित साहिबाबाद से गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद सीबीआई की टीम उनको पटना के सिविल कोर्ट में पेशी के लिए 14 अगस्त को लाई थी। जहां से सीबीआई ने उन्हें 4 दिनों के रिमांड पर लिया था और आज रिमांड खत्म होने के बाद फिर उन्हें कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें पटना के बेऊर जेल भेज दिया गया है।
क्या है मामला?
मामला करोड़ो रुपयों के सृजन घोटाला से जुड़ा है। अदालत में मामला विशेष वाद संख्या 12/ 2020 के रूप में दर्ज है जबकि सीबीआई ने इस मामले की प्राथमिकी आरसी 14/ ए / 2017 के रूप में दर्ज की थी। आरोप के अनुसार, भागलपुर जिले में महिला सशक्तिकरण एवं सुद्दढ़ीकरण की सरकारी योजनाओं की करोड़ों रुपयों की सरकारी राशि का सरकारी कर्मचारियों एवं सृजन महिला विकास सहयोग समिति नामक स्वयंसेवी संस्था की मिलीभगत से धोखाधड़ी एवं जालसाजीपूर्वक गबन का है। प्रस्तुत मामले में सीबीआई ने भागलपुर के पूर्व जिलाधिकारी के. पी. रमैया समेत 27 लोगों के खिलाफ 18 मार्च 2020 को आरोप पत्र दाखिल किया है। आरोप पत्र में सृजन की संचालिका मनोरमा देवी को मृत दिखाया गया है जबकि मनोरमा देवी के पुत्र अमित कुमार एवं पुत्रवधू रजनी प्रिया को फरार दिखाया गया था।