Edited By Swati Sharma, Updated: 23 Oct, 2024 01:24 PM
बिहार विधानसभा उपचुनाव में तरारी, रामगढ़, बेलागंज और इमामगंज (सु) सीट पर विभिन्न पार्टियों के कई दिग्गजों के रिश्तेदार अपने परिवार की राजनीतिक विरासत को आगे ले जाने के लिये चुनावी समर में उतरेंगे। राजनीति में वंशवाद की पुरानी परंपरा रही है। देश की...
पटना: बिहार विधानसभा उपचुनाव में तरारी, रामगढ़, बेलागंज और इमामगंज (सु) सीट पर विभिन्न पार्टियों के कई दिग्गजों के रिश्तेदार अपने परिवार की राजनीतिक विरासत को आगे ले जाने के लिये चुनावी समर में उतरेंगे। राजनीति में वंशवाद की पुरानी परंपरा रही है। देश की राजनीति में अपना वर्चस्व रखने वाले कुछ दमदार राजनीतिज्ञों के खानदान का नाम उनके चिराग रोशन कर रहे हैं। राजनेताओं ने राजनीतिक वैतरणी पार करने के लिए परिवारवाद को मजबूत सहारा माना है। राजनीति में परिवारवाद के मुद्दे को लेकर भले ही सभी दल हमेशा से एक दूसरे पर आरोप लगाते रहे हों लेकिन वास्तविकता यह है कि इससे कोई भी दल अछूता नहीं है।
चार सीटों पर 13 नवंबर को उपचुनाव
बेलागंज के आठ बार विधायक रहे सुरेंद्र प्रसाद यादव अब जहानाबाद से लोकसभा चुनाव जीत कर सांसद बन गए हैं। इमामगंज (सु) के विधायक रहे और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने गया से लोकसभा चुनाव जीता और पहली बार लोकसभा पहुंचे। रामगढ़ से विधायक रहे सुधाकर सिंह ने बक्सर से और तरारी से विधायक रहे सुदामा प्रसाद ने आरा से लोकसभा का चुनाव जीता और संसद पहुंचे। बिहार के चार विधानसभा क्षेत्र तरारी, रामगढ़, बेलागंज और इमामगंज (सु) में 13 नवंबर को उपचुनाव होंगे। इसको लेकर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) और महागठबंधन ने अपने-अपने प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर दी है।
जगदानंद के पुत्र अजीत सिंह भी चुनावी समर में उतर रहे
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की ओर से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) दो सीट तरारी और रामगढ़, जनता दल यूनाईटेड (जदयू) बेलागंज और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) इमामगंज (सु) से चुनाव लड़ रही है। वहीं महागठबंधन की ओर से राजद तीन सीट रामगढ़, बेलागंज और इमामगंज (सु) और भाकपा माले एक सीट तरारी से चुनावी मैदान में है। महागठबंधन के घटक दल राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के बैनर तले रामगढ़ और बेलागंज से राजनेताओं के रिश्तेदार अपनी-अपनी राजनीतिक विरासत को आगे ले जाने के लिए तैयार हैं। रामगढ़ से राजद के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व सांसद जगदानंद के पुत्र अजीत सिंह चुनावी समर में उतर रहे हैं। वहीं बेलागंज से जहानाबाद के सांसद सुरेन्द्र प्रसाद यादव के पुत्र विश्वनाथ कुमार सिंह चुनाव लड़ रहे हैं। सुरेन्द्र प्रसाद यादव ने लगातार आठ बार 1990,1995, 2000, 2005 फरवरी, 2005 अक्टूबर ,2010, 2015 और 2020 में बेलांगज विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीता है।
मांझी ने अपनी बहू को इमामगंज से बनाया उम्मीदवार
तरारी विधानसभा क्षेत्र से राजग के घटक दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पूर्व विधायक नरेंद्र कुमार उर्फ सुनील पांडे के पुत्र विशाल प्रशांत को चुनावी मैदान में उतारा है। वहीं इमामगंज (सु) सीट से केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने अपनी बहू और राज्य सरकार में मंत्री संतोष कुमार सुमन की पत्नी दीपा मांझी को (हम) का उम्मीदवार बनाया है।