Edited By Nitika, Updated: 28 Jul, 2021 08:47 AM
बिहार सरकार ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर में किसी भी कोरोना संक्रमित व्यक्ति की मृत्यु ऑक्सीजन एवं उपकरणों की उपलब्धता या रोग की गंभीरता पहचानने में त्रुटि से नहीं हुई है।
पटनाः बिहार सरकार ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर में किसी भी कोरोना संक्रमित व्यक्ति की मृत्यु ऑक्सीजन एवं उपकरणों की उपलब्धता या रोग की गंभीरता पहचानने में त्रुटि से नहीं हुई है।
विधान परिषद में मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने कांग्रेस के प्रेमचंद्र मिश्रा के एक तारांकित प्रश्न के उत्तर में कहा कि राज्य में किसी भी कोरोना संक्रमित व्यक्ति की मृत्यु ऑक्सीजन एवं उपकरणों की अनुपलब्धता या फिर रोग की गंभीरता को पहचानने में त्रुटि से नहीं हुई है। बावजूद इसके सरकार राज्य में चिकित्सा सुविधाओं को और मजबूत करने की दिशा में कई ठोस कदम उठा रही है। मंत्री ने कहा कि चिकित्सा सुविधाओं को और भी मजबूत करने के लिए राज्य के सभी चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल में लिक्विड मेडिकल स्टोरेज टैंक की स्थापना की जा रही है। सभी चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल, सभी सदर अस्पताल, सभी संचालित अनुमंडलीय अस्पताल एवं कुछ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में मेडिकल गैस पाइपलाइन समेत ऑक्सीजन संयंत्र की स्थापना की जा रही है।
मंगल पांडे ने कहा कि बीएमएसआईसीएल के माध्यम से सभी जिला अस्पतालों को 10924 बी. टाइप ऑक्सीजन सिलेंडर, 3696 डी टाइप ऑक्सीजन सिलेंडर एवं 6183 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध कराए गए हैं। डी. टाइप 5000 सिलेंडर खरीद करने का आदेश दिया जा चुका है, जहां से यह उपकरण सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, अनुमंडलीय अस्पतालों को उपलब्ध करवाए गए हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए दूसरी लहर से प्राप्त अनुभवों को शामिल कर सभी चिकित्सा महाविद्यालय अस्पतालों में 30 तथा सभी सदर अस्पतालों में 10-10 पेडियाट्रिक आईसीयू की स्थापना प्रक्रियाधीन है।