Edited By Swati Sharma, Updated: 19 Feb, 2023 01:31 PM

प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार में जनता जाति और धर्म के ऊपर कुछ भी सोच नहीं पाती है। वोट के समय अंततः वह जाति पर ही अपना मत देती है। बिहार में कोई भी नेता जाति की राजनीति नहीं करता है। नेताओं की राजनीति परिवार के स्वार्थ की राजनीति पर टिक गई है, और...
सीवान(अभिषेक कुमार सिंह): जन सुराज पदयात्रा पर निकले प्रशांत किशोर ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि आप जाति-धर्म के नाम पर बंधुआ मजदूर बनना बंद कीजिए। पिछले 50 वर्षों से बिहार आज भी वहीं का वहीं है।
जाति-धर्म के नाम पर बंधुआ मजदूर बनना बंद कीजिएः पीके
प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार में जनता जाति और धर्म के ऊपर कुछ भी सोच नहीं पाती है। वोट के समय अंततः वह जाति पर ही अपना मत देती है। बिहार में कोई भी नेता जाति की राजनीति नहीं करता है। नेताओं की राजनीति परिवार के स्वार्थ की राजनीति पर टिक गई है, और जनता जाति की राजनीति करने में उलझी हुई है। बिहार में लोगों ने राष्ट्रवाद और धर्म के नाम पर मोदी जी को बहुत वोट दिए हैं। चुनावी रणनीतिकार ने आगे कहा कि मैं आपको चुनौती दे रहा हूं कि पिछले 9 सालों से मोदी जी प्रधानमंत्री बने बैठे हैं और इन सालों में बिहार के विकास के लिए अगर एक भी बैठक किया हो तो आप हमको बता दीजिए, कल से मोदी जी का झंडा लेकर घूमने को तैयार हैं। बिहार की जनता जाति और धर्म के नाम पर बंधुआ मजदूर बन गई है। यही कारण है कि पिछले 50 वर्षों से बिहार आज भी वहीं का वहीं है।
"5 किलो अनाज के नाम पर बंद करें वोट करना"
प्रशांत किशोर ने जनता से सवाल करते हुए कहा कि लालू जी अकेले नहीं है, जिसके लिए आपने लाठी डंडे खाए हैं। आज वही भाकपा(माले) लालू जी के लालटेन को अपने सिर पर लेकर चल रही है। अब आप ही बताए कि इस तरह कैसे बिहार की दशा सुधरेगी? उन्होंने कहा कि यही बताने के लिए हम आए हैं कि आपको ये समझना होगा की कोई आपकी दशा को नहीं बदल सकता है, जब तक आप खुद अपने बारे में नहीं सोचेंगे। आप अपने बच्चों के बारे में सोचिए। यदि आप लोग धर्म के नाम पर और 5 किलो अनाज के नाम पर वोट करेंगे तो जिस गरीबी और बदहाली में आपका जीवन बीत रहा है। आने वाले समय में आपके बच्चों का जीवन भी उसी गरीब और बदहाली में गुजरेगा।