Edited By Swati Sharma, Updated: 08 Dec, 2022 06:26 PM

स्पेशल विजिलेंस यूनिट आज अमित लोढा के खिलाफ केस दर्ज होने की जानकारी दी है। एसवीयू ने अमित लोढ़ा एवं सहयोगियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा 13(1 )(बी) आर/डब्लू आर/डब्लू 13 (2 ) आर /डब्लू 12 संशोधित अधिनियम 2018 एवं आईपीसी की धारा...
पटनाः खुद की कहानी 'खाकी-द बिहार चैप्टर' OTT प्लेटफार्म Netflix पर लाना आईपीएस अमित लोढ़ा को बहुत भारी पड़ गया है। दरअसल, ‘खाकी द बिहार चैप्टर’ के नायक और आईपीएस अधिकारी अमित लोढ़ा पर बिहार सरकार की स्पेशल विजिलेंस यूनिट ने गंभीर आरोप लगाए हैं। साथ ही टीम ने उनके खिलाफ भ्रष्टाचार की धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज कर ली है।

स्पेशल विजिलेंस यूनिट ने आज अमित लोढा के खिलाफ केस दर्ज होने की जानकारी दी है। एसवीयू ने अमित लोढ़ा एवं सहयोगियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा 13(1 )(बी) आर/डब्लू आर/डब्लू 13 (2 ) आर /डब्लू 12 संशोधित अधिनियम 2018 एवं आईपीसी की धारा 120 (बी) और 168 के तहत एफआईआर दर्ज किया गया है। बताया जा रहा है कि अमित लोढ़ा मगध क्षेत्र गया के आईजी पद पर तैनात थे।

बता दें कि सीरीज आईपीएस अमित लोढ़ा की लिखी किताब बिहार डायरी पर आधारित है। इस वेब सीरीज पर कुल 64 करोड़ खर्च किया गया है। अमित लोढ़ा ने करार के रूप में प्रथम किस्त में 12372 रूपए लिए। वहीं अमित लोढ़ा की पत्नी कौमुदी लोढ़ा के खाते से प्रोडक्शन हाउस के खाते में करीब 50 लाख रुपए के लेनदेन के सबूत मिले हैं। अमित लोढ़ा पर काले धन को सफेद करने का आरोप लगा है।