Edited By Ramanjot, Updated: 15 Sep, 2023 02:28 PM

इस दो दिवसीय कार्यक्रम के माध्यम से भारत में लोकतंत्र के प्रादुर्भाव और इसकी कार्यशैली को विस्तृत रूप से समझाया जाएगा। इस कार्यक्रम में एक पुस्तक का विमोचन भी किया जाएगा। इसके अलावा लोकतंत्र की जननी विषय पर एक सेमिनार का आयोजन होगा। कार्यक्रम में...
नालंदा: नालंदा विश्वविद्यालय में दो दिवसीय वैशाली फेस्टिवल ऑफ डेमोक्रेसी का आयोजन आज से शुरू हो गया है। इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और बिहार के राज्यपाल राजेंद्र आरलेंकर नालंदा यूनिवर्सिटी पहुंच चुके हैं। वहीं असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा, केंद्रीय स्कृति राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी सहित कई देशों के राजदूत भी इसमें शामिल होंगे।

इस दो दिवसीय कार्यक्रम के माध्यम से भारत में लोकतंत्र के प्रादुर्भाव और इसकी कार्यशैली को विस्तृत रूप से समझाया जाएगा। इस कार्यक्रम में एक पुस्तक का विमोचन भी किया जाएगा। इसके अलावा लोकतंत्र की जननी विषय पर एक सेमिनार का आयोजन होगा। कार्यक्रम में नेपाल, श्रीलंका, चिली, मिश्र, अर्जेंटीना समेत 9 देशों के 19 प्रतिनिधि, कई देशों के राजदूत और उच्चायुक्त भी शामिल होंगे। इस मौके पर जिला प्रशासन द्वारा नालंदा विश्वविद्यालय परिसर में सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं।

वहीं आइसीसीआर के अध्यक्ष विनय सहस्त्रबुद्धे ने कहा कि 15 सितंबर को नेशनल डेमोक्रेसी दिवस है। भारत जनतांत्रिक परंपराओं की जन्मस्थली और गंगोत्री है। इसी को लेकर यह आयोजन किया गया है। लोकतंत्र की जन्मस्थली वैशाली को लेकर वैश्विक स्तर पर चर्चा और परिचर्चा का आयोजन किया जाएगा।