Edited By Harman, Updated: 05 May, 2025 04:09 PM

बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि बिहार लोकतंत्र की जननी है। लोकतंत्र हमारे लिए नया नहीं है। जिस समय रोमन स्टेट का अस्तित्व नही था, उस समय वैशाली के आस-पास और दक्षिण भारत के कुछ क्षेत्रों में शासक कौन होगा, उसका निर्णय जनता करती थी।
Governor Arif Mohammad Khan News: बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि बिहार लोकतंत्र की जननी है। आरिफ मोहम्मद खान ने सोमवार को यहां हिसुआ टी. एस. कॉलेज में आयोजित अंतरराष्ट्रीय सेमिनार के उद्घाटन के अवसर पर भारतीय राज्यव्यवस्था : एक आलोचनात्मक मूल्यांकन विषय पर संबोधित करते हुये कहा, 'लोकतंत्र हमारे लिए नया नहीं है। जिस समय रोमन स्टेट का अस्तित्व नही था, उस समय वैशाली के आस-पास और दक्षिण भारत के कुछ क्षेत्रों में शासक कौन होगा, उसका निर्णय जनता करती थी। दुनिया में इंसान के बनाए गए शासन के जितने भी तरीके है, उसमें सबसे बेहतर लोकतंत्र है।,
राज्यपाल ने कहा कि दुनिया में शासन व्यवस्था बनाने का एक ही तरीका था। गर्दन काटना, हिंसा करना, खून बहाना। जिनके पास तलवार होती थी, ताकत होती थी वह दूसरे पर अपना आधिपत्य जमा लेते थे। जिनके पास तलवार के साथ बुद्धि थी वह उनका नेतृत्व करता था। उनका उतराधिकारी भी इसी सिद्धांत पर तय होता था। दुनिया में ऐसी व्यवस्था होती थी, जिसमें शासक सुनिश्चित करने के लिए पिता अपने जीवन में ही बाकी पुत्रों को खत्म करा देता था। जिन्हें खत्म नहीं करा सकते, उन्हें अफीम की आदि बना दिया जाता था ताकि वह उस लायक नही रहे कि वह शासन कर सके।
राज्यपाल आरिफ खान ने कहा कि लोकतंत्र एक ऐसी व्यवस्था थी, जिसमें खून बहाए बिना सता संचालित होता था। उन्होंने कहा कि सिर्फ वैशाली ही नही, जहां लोकतांत्रिक नहीं राज तंत्र था, उस समय भी हमारे गांव में पंचायतें काम करती थी। मगध विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. एसपी शाही की अध्यक्षता में कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें नालंदा यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. अभय कुमार सिंह समेत कई लोगों ने संबोधित किया।