Edited By Harman, Updated: 19 Dec, 2025 09:00 AM

रांची: झारखंड की राजधानी रांची में स्थित एनएचएम सभागार में गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग, झारखंड सरकार द्वारा आयोजित नियुक्ति पत्र वितरण समारोह में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने 67 चिकित्सकों को नियुक्ति पत्र सौंपा। इनमें 33 मेडिकल अफसर और 34...
रांची: झारखंड की राजधानी रांची में स्थित एनएचएम सभागार में गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग, झारखंड सरकार द्वारा आयोजित नियुक्ति पत्र वितरण समारोह में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने 67 चिकित्सकों को नियुक्ति पत्र सौंपा। इनमें 33 मेडिकल अफसर और 34 विशेषज्ञ डॉक्टर शामिल हैं। इस कार्यक्रम को राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं में बड़े बदलाव की शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है। समारोह में स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अजय कुमार सिंह, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के झारखंड प्रमुख शशि प्रकाश झा, निदेशक प्रमुख स्वास्थ्य सेवाएं डॉ. सिद्धार्थ सान्याल समेत कई वरिष्ठ अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।
"केवल नियुक्ति नहीं, स्वास्थ्य व्यवस्था में क्रांतिकारी बदलाव की शुरुआत"
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने कहा कि नव-नियुक्त चिकित्सक झारखंड के स्वास्थ्य तंत्र का भविष्य हैं। उन्होंने कहा, 'हमारी सरकार हर बेटी, हर धर्म और हर वर्ग का सम्मान करती है। यहां पहचान कपड़ों से नहीं, योग्यता से होती है।' उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि झारखंड में सुशासन, संवेदनशील प्रशासन और भाईचारे की संस्कृति है। डॉ. अंसारी ने कहा कि यह आयोजन केवल नियुक्ति पत्र वितरण तक सीमित नहीं है, बल्कि यह झारखंड की स्वास्थ्य व्यवस्था में क्रांतिकारी परिवर्तन की शुरुआत है। उन्होंने बताया कि बीते 11 महीनों में राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं में ऐतिहासिक सुधार किए गए हैं और आने वाले समय में यह सुधार और तेज होंगे।
"10 हजार नई नियुक्तियां और हाईटेक स्वास्थ्य ढांचा तैयार"
डॉ. अंसारी ने भविष्य की कई महत्वपूर्ण योजनाओं की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि अगले तीन वर्षों में राज्य के सभी मेडिकल कॉलेज पूरी तरह क्रियाशील होंगे। इसके अलावा करीब 10 हजार और नियुक्तियां जल्द की जाएंगी। नए वर्ष के पहले महीने में बंपर डॉक्टर बहाली की योजना है। राज्य में सात अत्याधुनिक हाईटेक डायग्नोस्टिक लैब स्थापित की जाएंगी और सभी मेडिकल कॉलेजों को एआई आधारित, रोबोटिक और स्मार्ट हेल्थ सिस्टम से जोड़ा जाएगा। उन्होंने बताया कि सदर और रेफरल अस्पतालों का पूर्ण डिजिटलीकरण किया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग और मंत्री आवास में सेंट्रल कमांड कंट्रोल सेंटर की स्थापना होगी। इसके साथ ही मेडिको सिटी की स्थापना से सुपर स्पेशियलिटी इलाज की सुविधा झारखंड में ही उपलब्ध होगी। रांची सदर अस्पताल में बोन मैरो ट्रांसप्लांट यूनिट शुरू करने की भी योजना है।
अपर मुख्य सचिव अजय कुमार सिंह ने कहा कि आधुनिक तकनीक और कुशल मानव संसाधनों के माध्यम से झारखंड की स्वास्थ्य सेवाएं नई ऊंचाइयों को छुएंगी। कार्यक्रम के अंत में यह संदेश साफ था कि झारखंड का स्वास्थ्य तंत्र अब केवल इलाज नहीं, बल्कि भरोसा, सम्मान और आधुनिक चिकित्सा का मजबूत मॉडल बन रहा है।