Edited By Khushi, Updated: 08 Apr, 2023 11:51 AM

झारखंड के मंत्री जगरनाथ महतो का बीते शुक्रवार को बोकारो जिले में दामोदर नदी के तट पर राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।
बोकारो: झारखंड के मंत्री जगरनाथ महतो का बीते शुक्रवार को बोकारो जिले में दामोदर नदी के तट पर राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। उनके पुत्र अखिलेश महतो उर्फ राजू ने उनके पैतृक स्थान अलार्गो सिमराकुली से 1 किलोमीटर मीटर दूर भंडारीदह में दामोदर नदी के तट पर शाम 5 बजे उन्हें मुखाग्नि दी। उनकी अंत्येष्टि में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रमुख सचेतक बिरंची नारायण समेत कई गणमान्य शामिल हुए। वहीं, अंतिम यात्रा में शामिल बड़ी संख्या में लोगों ने उन्हें अंतिम विदाई दी।
पुलिस के जवानों ने 11 राइफलों की दी सलामी
जगरनाथ महतो का पूर्ण राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया और झारखंड सशस्त्र पुलिस के जवानों ने उन्हें 11 राइफलों की सलामी दी। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन मंत्री जगरनाथ महतो के पैतृक गांव अलारगो पहुंचे हैं उनके साथ विधानसभा अध्यक्ष रविंद्र महतो भी शामिल रहे। दोनों ने जगरनाथ महतो के परिजनों से मुलाकात की। जगरनाथ महतो के निधन पर शोक प्रकट करते हुए मुख्यमंत्री सोरेन ने कहा, ‘‘अपूरणीय क्षति! झारखंड ने अपना एक महान आंदोलनकारी, जुझारू, कर्मठ और जनप्रिय नेता खो दिया। चेन्नई में इलाज के दौरान आदरणीय जगरनाथ महतो जी का निधन हो गया।''
गौरतलब है कि पिछले साल सितंबर 2022 में भी शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो की तबीयत बिगड़ी थी। इसके बाद उनकी कोरोना रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई थी। करीब 1 महीने तक रांची में उनका इलाज चला था। इस दौरान सीएम हेमंत सोरेन ने अस्पताल जाकर शिक्षा मंत्री से मुलाकात की थी और चेन्नई जाकर जांच कराने की सलाह दी थी। इसके बाद स्वास्थ्य में सुधार न होने पर 19 अक्टूबर 2022 को उन्हें विशेष विमान से चेन्नई ले जाया गया था। चेन्नई में उन्हें एमजीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 28 अक्टूबर को अस्पताल की तरफ से एक मेडिकल बुलेटिन जारी किया गया था, जिसमें उनके फेफड़ों में कोई सुधार नहीं दिखा। तब डॉक्टरों ने लंग्स ट्रांसप्लांट करने का निर्णय लिया।
10 नवंबर को जगरनाथ महतो का लंग्स ट्रांसप्लांट किया गया। 11 जनवरी को उन्हें आईसीयू से जनरल वार्ड में शिफ्ट किया गया था। इसके बाद वह अपने घर वापिस आ गए थे, लेकिन 14 मार्च को विधानसभा के बजट सत्र के दौरान अचानक उनकी तबीयत खराब हो गई थी। घबराहट और बेचैनी के बाद उनको पास के ही एचइसी-पारस अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सीटी स्कैन सहित सभी प्रकार की जांच हुई, जिसमें लंग्स में माइल्ड इंफेक्शन के संकेत मिले थे। उनको आईसीयू में शिफ्ट किया गया। रात में उन्हें एयर एंबुलेंस से एमजीएम चेन्नई शिफ्ट कर दिया गया था।