Edited By Harman, Updated: 17 Oct, 2024 09:29 AM
झारखंड में चुनावों की घोषणा के साथ ही राज्य में सियासत गरमा गई है। झामुमो ने चुनाव आयोग के द्वारा झारखंड में विधानसभा चुनावों की तारीखों पर आपत्ति जताते हुए कहा कि चुनाव के तिथियां की घोषणा भाजपा के इशारे पर की गई है। साथ ही झामुमो ने BJP व चुनाव...
रांची: झारखंड में चुनावों की घोषणा के साथ ही राज्य में सियासत गरमा गई है। झामुमो ने चुनाव आयोग के द्वारा झारखंड में विधानसभा चुनावों की तारीखों पर आपत्ति जताते हुए कहा कि चुनाव के तिथियां की घोषणा भाजपा के इशारे पर की गई है।
झामुमो के केंद्रीय प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि एक साजिश के तहत चुनावों को दो चरणों में संपन्न कराने का कार्यक्रम तय किया गया है। इसकी पटकथा असम भवन में लिखी गई थी और पंडित दीनदयाल उपाध्याय मार्ग स्थित कार्यालय में अनुमोदन हुआ। साथ ही भट्टाचार्य ने कहा कि पहले हरियाणा का चुनाव महाराष्ट्र के साथ होता था, लेकिन इस बार हरियाणा में अकेले चुनाव कराया गया और झारखंड महाराष्ट्र में एक साथ हो रहा है। यह बताने को काफी है कि किसके इशारे पर चुनाव आयोग कम कर रहा है। उन्होंने 2005 में आई फिल्म बंटी और बबली को याद दिलाते हुए कहा दोनों ने ताजमहल को बेचा था। वैसे ही वर्तमान में बंटी और बबली यानी भाजपा और चुनाव आयोग हो गई है, जो लोकतंत्र और जम्हूरियत को बेचने में लगी है।
सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि पहले चरण में 43 सीट पर ही चुनाव की घोषणा क्यों हुई, 47 हो सकती थी। इसमें मांडू, रामगढ़ और खिजरी नहीं है। मांडू दो जिला में आता है रामगढ़ और हजारीबाग। साथ ही उन्होंने सवाल किया कि आखिर एक ही जिले में अलग-अलग चरण में चुनाव क्यों रखा गया। एक साजिश के तहत किया गया है कि एक विधानसभा 13 तारीख को और दूसरा बगल की ही जो सीट है उसे 20 तारीख को दूसरे चरण में रखा गया। रामगढ़ में खड़े हो कर भाजपा के नेता रांची को प्रभावित करने का काम करेंगे। आखिर ये भाजपा और चुनाव आयोग पूरा खेल खेलने में लगी है। सुप्रियो ने कहा चुनाव आयोग एक निष्पक्ष तंत्र है। लेकिन भाजपा ने इसे गुलाम बना लिया।