Edited By Khushi, Updated: 21 Dec, 2025 04:33 PM

स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर इरफान अंसारी द्वारा मुस्लिम महिला डॉक्टर नुसरत परवीन को झारखंड स्वास्थ्य सेवा में 3 लाख रुपये मासिक वेतन, मनचाही पोस्टिंग, सरकारी आवास और पूर्ण सुरक्षा के साथ नौकरी का प्रस्ताव देने पर झारखंड की सियासत गरमा गई है। वहीं,...
Jharkhand News: स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर इरफान अंसारी द्वारा मुस्लिम महिला डॉक्टर नुसरत परवीन को झारखंड स्वास्थ्य सेवा में 3 लाख रुपये मासिक वेतन, मनचाही पोस्टिंग, सरकारी आवास और पूर्ण सुरक्षा के साथ नौकरी का प्रस्ताव देने पर झारखंड की सियासत गरमा गई है। वहीं, जेएमएम ने मंत्री इरफान अंसारी के बयान से किनारा कर लिया है।
"उन्होंने जो बयान दिया वह उनका पर्सनल है"
जेएमएम प्रवक्ता मनोज पांडे ने कहा कि मंत्री इरफान अंसारी ने अपनी राय रखी है। उन्होंने जो बयान दिया वह उनका पर्सनल है, क्योंकि सरकार की तरफ से ऐसा कोई आदेश नहीं दिया गया है। मुझे नहीं लगता कि तीन लाख रुपये की नौकरी मंत्री पद पर दी जा सकती है। जेएमएम प्रवक्ता ने सीएम नीतीश पर निशाना साधते हुए कहा कि सीएम नीतीश कुमार का व्यवहार अमर्यादित है। इस पर चर्चा होनी चाहिए। बात को दबाया जा रहा है। नुसरत का हिजाब हटाना समाज के लिए स्वीकार्य नहीं है।
बता दें कि स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर इरफान अंसारी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा मंच पर हिजाब हटाने पर चर्चा में आईं मुस्लिम महिला डॉक्टर नुसरत परवीन को 3 लाख रुपये मासिक वेतन, मनचाही पोस्टिंग, सरकारी आवास और पूर्ण सुरक्षा के साथ नौकरी का प्रस्ताव दिया है। इरफान अंसारी ने कहा कि नियुक्ति मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के स्तर पर कराई जाएगी, ताकि उन्हें सम्मान और सुरक्षा दोनों का भरोसा मिल सके। उन्होंने कहा कि बिहार की महिला चिकित्सक डॉ. नुसरत परवीन के साथ हुई अमर्यादित, अमानवीय और दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे देश की अंतरात्मा को झकझोर दिया है। जिस तरह एक डॉक्टर, एक बेटी और एक महिला के साथ अपमान, अभद्रता और हिजाब खींचने जैसी शर्मनाक हरकत की गई, वह केवल एक व्यक्ति पर हमला नहीं बल्कि मानव गरिमा, इज्जत और संविधान पर सीधा प्रहार है।