Edited By Harman, Updated: 10 Feb, 2025 03:02 PM
![people in jharkhand no longer need to panic in case of emergency](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2025_2image_15_01_412813426emergencycallboxinranch-ll.jpg)
झारखंड सरकार प्रदेश में नागरिकों की सुरक्षा को लेकर लगातार प्रयासरत है। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन (CM Hemant) के निर्देश पर रांची स्मार्ट सिटी कॉरपोरेशन द्वारा रांची के लोगों की सुरक्षा को लेकर कई बंदोबस्त किए जा रहे हैं। कमांड कंट्रोल एंड...
Jharkhand News: झारखंड सरकार प्रदेश में नागरिकों की सुरक्षा को लेकर लगातार प्रयासरत है। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन (CM Hemant) के निर्देश पर रांची स्मार्ट सिटी कॉरपोरेशन द्वारा रांची के लोगों की सुरक्षा को लेकर कई बंदोबस्त किए जा रहे हैं। कमांड कंट्रोल एंड कम्यूनिकेशन सेंटर की मदद से पूरे शहर में अपराध नियंत्रण को लेकर कई उपाय किए जा रहे हैं। अब यदि रांची में कोई व्यक्ति किसी दुर्घटना का शिकार होता है तो वह स्वयं सीधे सरकार की एजेंसियों से संपर्क साध कर तुरंत मदद ले सकता है।
50 चौक चौराहों पर लगाए जा रहे हैं पीले रंग का इमरजेंसी कॉल बॉक्स
बता दें कि रांची शहर के महत्वपूर्ण 50 चौक चौराहों पर पीले रंग का इमरजेंसी कॉल बॉक्स लगाए जा रहे हैं। यदि किसी व्यक्ति के साथ कोई सड़क दुर्घटना, लूटपाट, गोलीबारी, मारपीट, छेड़खानी या कोई अन्य आपराधिक घटना होती है तो तुरंत मदद के लिए इस बॉक्स का उपयोग कर सकता है। इस बॉक्स में लगे लाल बटन दबाते ही कमांड सेंटर को अपनी समस्या बताकर मदद ले सकते है। वही घटना की जानकारी मिलने के बाद स्मार्ट सिटी और पुलिस की टीम द्वारा आपकी मदद के लिए संबंधित एजेंसी से संपर्क कर तुरंत सहायता मुहैया करवाई जाएगी।
जानें कहां-कहां लगा इमरजेंसी कॉल बॉक्स
बता दें कि वर्तमान में फिलहाल कांके रिंग रोड, मेन रोड ओवरब्रिज, सहजानंद चौक, शनि मंदिर चौक, हरमू चौक, अरगोड़ा चौक, सेटेलाइट चौक, कांके रोड, बिरसा चौक, मेकन चौक, सुजाता चौक, कोकर चौक समेत अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर बॉक्स लगाया गया है। इसके लिए ना आपको मोबाईल फोन की जरुरत है ना ही किसी नंबर को याद रखने की जरुरत। बस आपके आसपास पीले रंग का बॉक्स होना चाहिए।
गौरतलब हो कि आवश्यक नहीं है कि पीड़ित ही फोन करे। घटनास्थल पर मौजूद कोई भी व्यक्ति भी बॉक्स में लगे लाल बटन को दबाकर कर सूचना दे सकता है। बता दें कि एंबुलेंस सेवा के लिए भी, फायरब्रिगेड से संपर्क साधने के लिए आंधी तूफान में तार, बिजली के खंभे गिरने और सड़क पर मृत मवेशियों के पड़े होने की सूचना मिलती है तो इसकी सूचना कमांड सेंटर को दी जा सकती है।