Edited By Ramanjot, Updated: 05 Jul, 2024 03:37 PM
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रांची: झारखंड में चंपई सोरेन द्वारा मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद, 4 जुलाई (गुरुवार) को हेमंत सोरेन ने राज्य के 13वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली है। हेमंत के शपथ लेने के बाद जो सरकार बनी है उसका कार्यकाल केवल 6 महीने तक ही होगा। इस समय...
रांची: झारखंड में चंपई सोरेन द्वारा मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद, 4 जुलाई (गुरुवार) को हेमंत सोरेन ने राज्य के 13वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली है। हेमंत के शपथ लेने के बाद जो सरकार बनी है उसका कार्यकाल केवल 6 महीने तक ही होगा। इस समय झारखंड में राजनीतिक अस्थिरता नजर आ रही है। बता दें कि यहां 23 साल में अब तक 13 बार सीएम बन चुके है और 3 बार राष्ट्रपति शासन लागू हुआ है।
हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री के रूप में तीसरी बार नियुक्त हुए है। उनका अब तक का कार्यकाल लगभग 5 साल 199 दिन का रहा है। झारखंड की मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 5 जनवरी 2025 को पूरा हो रहा है। यदि वह आगामी विधानसभा चुनाव तक इस पद पर बने रहे, तो उनके कार्यकाल में कुछ और दिनों का इजाफा हो सकता है। इसके पहले 2 फरवरी को चंपई सोरेन की अगुवाई में बनी सरकार का कार्यकाल 152 दिनों तक ही रहा।
झारखंड में 2000 से 2014 के बीच झारखंड में 5 मुख्यमंत्रियों के नेतृत्व वाली 9 सरकारें बनीं, जिसमें मुख्यमंत्रियों का औसत कार्यकाल लगभग मात्र 1.5 साल का रहा। इस दौरान बाबूलाल मरांडी, अर्जुन मुंडा, शिबू सोरेन, मधु कोड़ा और हेमंत सोरेन बारी-बारी से सीएम बने। झारखंड में कुल 645 दिनों के लिए 3 बार राष्ट्रपति शासन भी देखा गया है।