Edited By Khushi, Updated: 27 Apr, 2025 06:28 PM

जामताड़ा: झारखंड पुलिस ने जामताड़ा जिले में एक बंद पड़े पुलिस थाना भवन को 'हाई-टेक-कोचिंग-सह-मार्गदर्शन केंद्र' और पुस्तकालय में तब्दील कर दिया है, ताकि स्थानीय युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने में मदद मिल सके।
जामताड़ा: झारखंड पुलिस ने जामताड़ा जिले में एक बंद पड़े पुलिस थाना भवन को 'हाई-टेक-कोचिंग-सह-मार्गदर्शन केंद्र' और पुस्तकालय में तब्दील कर दिया है, ताकि स्थानीय युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने में मदद मिल सके।
जामताड़ा जिला साइबर अपराध के लिए कुख्यात है। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि 'वाई-फाई', 'प्रोजेक्टर' और अन्य सुविधाओं से लैस यह केंद्र राज्य की राजधानी रांची से लगभग 220 किलोमीटर की दूरी पर करमाटांड़ स्थित बंद पड़े पुलिस थाना भवन में खोला गया। जामताड़ा के पुलिस अधीक्षक डॉ. एहतेशाम वकारिब ने बताया, "नया पुलिस थाना भवन के निर्माण के बाद करमाटांड़ स्थित पुराना पुलिस थाना भवन बंद पड़ा था। हमने प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों की मदद के लिए इसे 'वाई-फाई' और 'प्रोजेक्टर' जैसी आधुनिक सुविधाओं के साथ एक 'हाई-टेक-कोचिंग-सह-मार्गदर्शन केंद्र' और पुस्तकालय बनाने का निर्णय लिया।''
अधिकारी ने दावा किया कि यह पहला पुलिस थाना भवन है जिसे शैक्षणिक केंद्र में परिवर्तित किया गया है। उन्होंने कहा कि समाज सुधारक और महिला शिक्षा के प्रबल समर्थक ईश्वर चंद्र विद्यासागर की कर्मभूमि करमाटांड़, साइबर अपराध से सबसे अधिक प्रभावित ब्लॉक में से एक है। अधिकारी ने बताया कि विद्यासागर ने अपने जीवन के 18 साल करमाटांड़ में बिताए। अब सरकार इस क्षेत्र के पुराने गौरव को बहाल करने के लिए अपना पूरा प्रयास कर रही है।