Edited By Swati Sharma, Updated: 14 Jul, 2025 05:37 PM

Barbigha Assembly Seat: बरबीघा विधानसभा सीट शेखपुरा जिले के तहत आता है.......बरबीघा विधानसभा सीट 1951 से अस्तित्व में है। 1951 में बरबीघा से कांग्रेसी उम्मीदवार कृष्ण मोहन प्रिय सिंह ने विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की थी। 1957 के चुनाव से बरबीघा सीट...
Barbigha Assembly Seat: बरबीघा विधानसभा सीट शेखपुरा जिले के तहत आता है.......बरबीघा विधानसभा सीट 1951 से अस्तित्व में है। 1951 में बरबीघा से कांग्रेसी उम्मीदवार कृष्ण मोहन प्रिय सिंह ने विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की थी। 1957 के चुनाव से बरबीघा सीट से श्रीकृष्ण सिंह ने विरोधियों को मात दे दिया था। 1962 के विधानसभा चुनाव में बरबीघा सीट से कांग्रेस की कैंडिडेट लीला देवी ने जनता का भरोसा जीत लिया था तो 1967 में कांग्रेस पार्टी के कैंडिडेट शिव शंकर सिंह ने बरबीघा सीट से जीत हासिल की थी। वहीं 1969 के चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार शिव शंकर सिंह ने लोगों का भरोसा जीत लिया था।

1972 में एक बार फिर यहां से एक निर्दलीय कैंडिडेट के तौर पर राजो सिंह ने बरबीघा से जीत हासिल की थी.....लेकिन 1977 के विधानसभा चुनाव में बरबीघा सीट से जनता पार्टी के कैंडिडेट नैनतारा दास ने जीत हासिल की थी। वहीं 1980,1985,1990 और 1995 के विधानसभा चुनाव में बरबीघा सीट से महावीर चौधरी ने लगातार जीत का परचम लहराया था। महावीर चौधरी की लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि वे लगातार 20 साल तक बरबीघा सीट पर विरोधियों को मात देते रहे थे। 2000 के विधानसभा चुनाव में महावीर चौधरी के बेटे अशोक चौधरी ने भी बरबीघा सीट पर कांग्रेस की टिकट पर जीत हासिल की थी। वहीं 2005 के विधानसभा चुनाव में जेडीयू कैंडिडेट रामसुंदर राम कनौजिया ने जीत हासिल की थी। 2010 के विधानसभा चुनाव में जेडीयू ने एकबार फिर बरबीघा सीट पर अपना कब्जा बरकरार रखा था। इस बार गजानंद शाही ने जेडीयू की टिकट पर जीत हासिल किया था। वहीं 2015 और 2020 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेसी कैंडिडेट सुदर्शन कुमार ने यहां से जीत हासिल की थी।
Barbigha Assembly Seat Result 2020।। एक नजर 2020 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2020 के चुनाव में बरबीघा सीट पर जेडीयू कैंडिडेट सुदर्शन कुमार ने जीत हासिल की थी। सुदर्शन कुमार को 39 हजार आठ सौ 78 वोट मिला था....तो कांग्रेस कैंडिडेट गजानंद शाही 39 हजार सात सौ 65 वोट लाकर दूसरे स्थान पर रहे थे। इस तरह से सुदर्शन कुमार ने गजानंद शाही को महज एक सौ 13 वोट के अंतर से हरा दिया। वहीं एलजेपी कैंडिडेट मधुकर कुमार 18 हजार नौ सौ 30 वोट लाकर तीसरे स्थान पर रहे थे।

Barbigha Assembly Seat Result 2015।। एक नजर 2015 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2015 के विधानसभा चुनाव में बरबीघा सीट पर कांग्रेस कैंडिडेट सुदर्शन कुमार ने जीत हासिल की थी। सुदर्शन कुमार को 46 हजार चार सौ छह वोट मिला था तो बीएलएसपी कैंडिडेट शिव कुमार को 30 हजार छह सौ 89 वोट ही मिल पाया था। इस तरह से कांग्रेसी कैंडिडेट सुदर्शन कुमार ने बीएलएसपी के कैंडिडेट शिव कुमार को 15 हजार सात सौ 17 वोट के अंतर से हरा दिया था। वहीं निर्दलीय कैंडिडेट राधे शर्मा तीसरे स्थान पर रहे थे।

Barbigha Assembly Seat Result 2010।। एक नजर 2010 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2010 के विधानसभा चुनाव में बरबीघा सीट पर जेडीयू कैंडिडेट गजानंद शाही ने जीत हासिल की थी। गजानंद शाही को 24 हजार एक सौ 36 वोट मिला था, जबकि कांग्रेसी कैंडिडेट अशोक चौधरी को 21 हजार 89 वोट मिला था। इस तरह से गजानंद शाही ने अशोक चौधरी को 3 हजार 47 वोट से हरा दिया था। वहीं एलजेपी कैंडिडेट सुदर्शन कुमार ने 20 हजार एक सौ 49 वोट लेकर तीसरा स्थान हासिल किया था।

Barbigha Assembly Seat Result 2005।। एक नजर 2005 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2005 के विधानसभा चुनाव में बरबीघा सीट से जेडीयू कैंडिडेट रामसुंदर राम कनौजिया ने जीत हासिल की थी। रामसुंदर राम कनौजिया को 34 हजार दो सौ 23 वोट मिला था, जबकि कांग्रेसी कैंडिडेट महावीर चौधरी को 24 हजार पांच सौ 50 वोट मिले थे। इस तरह से रामसुंदर राम कनौजिया ने महावीर चौधरी को 9 हजार छह सौ 73 वोट के अंतर से हरा दिया था। वहीं एलजेपी कैंडिडेट उमेश कुमार सुमन ने 6 हजार दो सौ 39 वोट लेकर तीसरा स्थान हासिल किया था।

बरबीघा विधानसभा सीट की राजनीतिक दृष्टि से काफी अहमियत है। इस विधानसभा क्षेत्र में बिहार के पहले मुख्यमंत्री श्रीकृष्ण सिंह का गांव माउर पड़ता है। इस सीट पर सबसे ज्यादा असर भूमिहार वोटरों का है। बरबीघा में 22 फीसदी से ज्यादा आबादी भूमिहार वोटरों की संख्या है। बरबीघा सीट पर पासवान,यादव और कुर्मी वोटरों की भी अहम भूमिका में है। इस सीट पर कैबिनेट मंत्री अशोक चौधरी की भी नजर है। वहीं वर्तमान विधायक सुदर्शन कुमार भी इस सीट पर अपना दावा छोड़ने के लिए तैयार नहीं हैं। ऐसे में ये देखना अहम होगा कि विधानसभा चुनाव में बरबीघा में आखिर कौन बाजी मारता है।