Edited By Ramanjot, Updated: 11 Mar, 2025 05:44 PM

बिहार सरकार की 'बाल हृदय योजना' एक बार फिर जरूरतमंद परिवारों के लिए उम्मीद बनकर सामने आई है। राज्य के 19 बच्चों को, जो हृदय में छेद की समस्या से जूझ रहे थे, नि:शुल्क इलाज के लिए गुजरात के श्री सत्य साई हार्ट अस्पताल, राजकोट-अहमदाबाद भेजा गया है।
पटना: बिहार सरकार की 'बाल हृदय योजना' एक बार फिर जरूरतमंद परिवारों के लिए उम्मीद बनकर सामने आई है। राज्य के 19 बच्चों को, जो हृदय में छेद की समस्या से जूझ रहे थे, नि:शुल्क इलाज के लिए गुजरात के श्री सत्य साई हार्ट अस्पताल, राजकोट-अहमदाबाद भेजा गया है। स्वास्थ्य विभाग के इस महत्वपूर्ण कदम से उन परिवारों को राहत मिलेगी, जो महंगे इलाज का खर्च उठाने में असमर्थ हैं।
राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. राजीव कुमार ने बताया कि इस योजना के तहत अब तक 1,871 बच्चों का सफलतापूर्वक इलाज किया जा चुका है। सरकार की इस पहल से हृदय रोग से पीड़ित मासूमों को नया जीवन मिल रहा है, जिससे उनके स्वास्थ्य में बड़ा सुधार देखा गया है।
जरूरतमंद परिवारों के लिए वरदान साबित हो रही योजना
बाल हृदय योजना का उद्देश्य जन्मजात हृदय रोग से पीड़ित बच्चों की पहचान कर उन्हें समय पर इलाज उपलब्ध कराना है। योजना के तहत सरकारी स्वास्थ्य शिविरों और स्क्रीनिंग कार्यक्रमों के जरिए ऐसे बच्चों को चिन्हित किया जाता है। इसके बाद, राज्य स्तरीय चिकित्सा परीक्षण के उपरांत उपयुक्त मामलों में बच्चों को मुफ्त इलाज के लिए श्री सत्य साई हार्ट अस्पताल भेजा जाता है, जहां विशेषज्ञ डॉक्टरों की देखरेख में उनकी सर्जरी की जाती है।
डॉ. राजीव कुमार ने कहा कि राज्य सरकार हर जरूरतमंद बच्चे तक यह सुविधा पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने अभिभावकों से अपील की कि यदि उनके बच्चों को हृदय संबंधी कोई समस्या हो, तो वे नजदीकी सरकारी अस्पताल में जांच करवाएं ताकि समय रहते उचित इलाज मिल सके। बाल हृदय योजना से संबंधित अधिक जानकारी और सहायता के लिए लोग 104 हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क कर सकते हैं।