Edited By Khushi, Updated: 14 Feb, 2025 12:51 PM
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Captain Karamjit: जम्मू में आईईडी विस्फोट में जान गंवाने वाले कैप्टन करमजीत सिंह बख्शी को कल यानी गुरुवार को नम आंखों से अंतिम विदाई दी गई। कहा जा रहा है कि कल के ही दिन करमजीत सिंह बख्शी का शादी का कार्ड छपकर आने वाला था, लेकिन किस्मत को कुछ और ही...
Captain Karamjit: जम्मू में आईईडी विस्फोट में जान गंवाने वाले कैप्टन करमजीत सिंह बख्शी को कल यानी गुरुवार को नम आंखों से अंतिम विदाई दी गई। कहा जा रहा है कि कल के ही दिन करमजीत सिंह बख्शी का शादी का कार्ड छपकर आने वाला था, लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था।
कैप्टन की शादी के लिए तैयार किए गए कपड़े चिता की अग्नि में किए गए समर्पित
पूरे परिवार की आंखों में आंसू थे कि जिस दिन कैप्टन की शादी का कार्ड छपकर आने वाला था, उसी दिन घर पर उनका तिरंगे में लिपटा पार्थिव शरीर पड़ा था। कैप्टन के माता-पिता का रो- रोकर बुरा हाल था। इससे बड़ा दुख और क्या ही हो सकता है कि जिस माता-पिता ने 2 महीने बाद बेटे के सिर पर सेहरा बंधा हुआ देखना था, उन्हीं मां-बाप ने अपने हाथों से बेटे को मुख्य अग्नि दी और करमजीत सिंह के शादी के लिए तैयार किए गए कपड़े उसकी चिता की अग्नि में समर्पित कर दिए। कैप्टन के शादी के कपड़े जब आग को समर्पित किए जा रहे थे, उसी समय कैप्टन के कपड़े और तिरंगा माता-पिता को सौंपा गया।
बता दें कि हजारीबाग जुलू पार्क निवासी और आर्मी सिख रेजिमेंट के कैप्टन करमजीत सिंह बक्शी देश की सीमा की सुरक्षा करते हुए शहीद हो गये थे। वे जम्मू-कश्मीर के अखनूर में तैनात थे और केरी बाटुल में पेट्रोलिंग के दौरान आतंकवादियों द्वारा लगाए गए आईईडी ब्लास्ट में चपेट में आ गये थे। इस घटना में एक अन्य सैन्यकर्मी भी शहीद हो गया, जबकि एक गंभीर रूप से घायल हुआ है। वहीं, शहीद करमजीत सिंह बक्शी की 6 अप्रैल को शादी होने वाली थी। कहा जा रहा है कि कैप्टन ने खुद ही अपनी शादी की तैयारियों को लेकर सब कुछ तय किया था। वह खुद 10 दिन हजारीबाग में रहकर अपने रिश्तेदारों को जम्मू आने के लिए आमंत्रित कर गए थे।