Edited By Ramanjot, Updated: 12 Apr, 2025 05:31 PM

चिराग ने आगे लिखा, "प्रदेश के लाखों किसान इस आपदा से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। कृषि ही उनकी आजीविका का प्रमुख साधन है, और इस भीषण प्राकृतिक आपदा ने उनके समक्ष जीविकोपार्जन का संकट खड़ा कर दिया है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, किसानों के जीवन और...
Chirag Paswan Wrote letter to CM Nitish: बिहार में इन दिनों मौसम ने तबाही मचा रखी है। राज्य में बेमौसम हुई बारिश ने से गेहूं की फसल को भारी नुकसान पहंचा है। इसे लेकर हुए केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने किसानों को उचित मुआवजा देने की मांग की है।
चिराग पासवान ने पत्र में लिखा, हाल ही में बिहार के विभिन्न जिलों में हुई भीषण और असमय वर्षा ने किसानों पर अत्यंत दुखदायी प्रभाव डाला है। खेतों में पकने को तैयार गेहूं की फसलें भारी बारिश के चलते बर्बाद हो गई हैं। किसान जो महीनों की कठिन मेहनत के बाद फसल कटने का सपना संजोए बैठे थे, वे अब हताशा और निराशा की स्थिति में पहुंच गए हैं। खेतों में लहलहाती फसलें अब सड़ने लगी हैं, जिससे किसानों की मेहनत, उम्मीदें और जीविका एक साथ डूब गई हैं।
"लाखों किसान इस आपदा से बुरी तरह प्रभावित"
चिराग ने आगे लिखा, "प्रदेश के लाखों किसान इस आपदा से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। कृषि ही उनकी आजीविका का प्रमुख साधन है, और इस भीषण प्राकृतिक आपदा ने उनके समक्ष जीविकोपार्जन का संकट खड़ा कर दिया है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, किसानों के जीवन और भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए त्वरित और ठोस कदम उठाना अत्यंत आवश्यक है।
"प्रभावित किसानों के कृषि ऋणों पर दी जाए राहत"
केंद्रीय मंत्री ने सरकार से मांग की कि असमय वर्षा को राज्य आपदा घोषित किया जाए, ताकि आपदा राहत कोष से प्रभावित किसानों को तत्काल सहायता प्रदान की जा सके। राज्य स्तर पर तत्काल सर्वेक्षण अभियान चलाया जाए, ताकि क्षति का सही आकलन कर प्रभावित किसानों को शीघ्र मुआवजा दिया जा सके। आगे लिखा, "प्रभावित किसानों के कृषि ऋणों पर राहत दी जाए, जिसमें ब्याज माफ किया जाए तथा ऋण चुकौती की समय सीमा बढ़ाई जाए। आगामी फसल के लिए विशेष सहायता योजना की घोषणा की जाए, जिसमें बीज, खाद, कीटनाशक और सिंचाई के साधनों पर अनुदान दिया जाए। प्रभावित जिलों में विशेष राहत अभियान चलाकर किसानों को खाद्य सामग्री, चिकित्सा सुविधा एवं पशु चारा आदि तत्काल उपलब्ध कराया जाए।"