Edited By Swati Sharma, Updated: 05 Jul, 2024 12:46 PM
बिहार में पुल गिरने की घटनाओं पर राजनीति तेज हो गई है। पक्ष-विपक्ष एक दूसरे पर जमकर प्रहार कर रहा है। इसी बीच केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि बरसात का समय है इसलिए पुल गिर रहे हैं, लेकिन पुल क्यों गिरा है, इसकी...
पटना(अभिषेक कुमार सिंह): बिहार में पुल गिरने की घटनाओं पर राजनीति तेज हो गई है। पक्ष-विपक्ष एक दूसरे पर जमकर प्रहार कर रहा है। इसी बीच केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि बरसात का समय है इसलिए पुल गिर रहे हैं, लेकिन पुल क्यों गिरा है, इसकी जांच के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बहुत संवेदनशील हैं। उन्होंने कल बैठक भी की और सख्त निर्देश दिया है कि अगर कहीं किसी प्रकार की गड़बड़ी हुई है तो उस पर आवश्यक और कड़ी कार्रवाई की जाए।
"हिंदुस्तान आस्थाओं का देश"
वहीं, हाथरस घटना पर मांझी ने कहा कि हिंदुस्तान आस्थाओं का देश है। यहां बहुत प्रकार के बाबा हैं, ना बुलाने पर भी बहुत लोग आ जाते हैं। प्रशासन को चाहिए था वहां पर जब संख्या मात्र 80 हजार की थी और जुट गई ढाई लाख तो उसको मैनेज करना चाहिए था। जो सेवादार लोग थे, उनको एहसास था तो प्रशासन की मदद लेनी चाहिए थी, लेकिन वह प्रशासन की मदद नहीं ले पाए। बावजूद उसके उत्तर प्रदेश की सरकार सख्त है और कार्रवाई कर रही है। बाबा का भी खोज के लिए इनाम घोषित किया गया है।
बता दें कि सिवान, सारण, मधुबनी, अररिया, पूर्वी चंपारण और किशनगंज जिलों में पिछले 15 दिन में 10 पुल ढह गए हैं। बिहार में पुल गिरने की हालिया घटनाओं पर उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने गुरुवार को संवाददाताओं से कहा, ‘‘बुधवार को समीक्षा बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को राज्य में सभी पुराने पुलों का सर्वेक्षण करने तथा तत्काल मरम्मत की जरूरत वाले पुलों की पहचान करने का स्पष्ट निर्देश दिया है।