Edited By Ramanjot, Updated: 17 Feb, 2025 09:23 PM
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जिले के 877 सरकारी स्कूलों में बच्चों को अब पहले से ज्यादा पौष्टिक और ताजा मिड डे मील (MDM) मिलेगा। यह संभव होगा स्कूल परिसर में बनाई जाने वाली पोषण वाटिका की मदद से, जहां ताजी सब्जियां उगाई जाएंगी।
मुजफ्फरपुर: जिले के 877 सरकारी स्कूलों में बच्चों को अब पहले से ज्यादा पौष्टिक और ताजा मिड डे मील (MDM) मिलेगा। यह संभव होगा स्कूल परिसर में बनाई जाने वाली पोषण वाटिका की मदद से, जहां ताजी सब्जियां उगाई जाएंगी। इस योजना की शुरुआत डीएम सुब्रत कुमार सेन के निर्देश पर की गई है, जिसे जिला शिक्षा पदाधिकारी देखेंगे। पहले चरण में उन स्कूलों को चुना गया है जिनके पास खाली ज़मीन उपलब्ध है। इस पहल से बच्चों को संतुलित आहार मिलेगा और उनमें बागवानी के प्रति रुचि भी बढ़ेगी।
स्कूलों में हरी-भरी पोषण वाटिका से बच्चों को ताजा भोजन
शिक्षा विभाग द्वारा शुरू की गई इस योजना के तहत 877 स्कूलों में पोषण वाटिका तैयार की जाएगी। इनमें हरी सब्जियां, पालक, गोभी, गाजर, मूली और अन्य मौसमी सब्जियां उगाई जाएंगी। इन सब्जियों का इस्तेमाल मिड डे मील में किया जाएगा, जिससे बच्चों को बेहतर पोषण और स्वास्थ्य लाभ मिलेगा। शिक्षा विभाग का मानना है कि यह पहल बच्चों को प्राकृतिक और संतुलित आहार देने के साथ-साथ बागवानी की व्यावहारिक शिक्षा भी देगी।
बच्चों के स्वास्थ्य और मानसिक विकास में होगा सुधार
डिप्टी पीआरओ प्रमोद कुमार ने बताया कि शिक्षा विभाग इस योजना के जरिए बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास को बढ़ावा देना चाहता है। ताज़ा और पौष्टिक भोजन से बच्चों की इम्यूनिटी बढ़ेगी, जिससे वे कम बीमार पड़ेंगे। इसके अलावा, स्कूलों में हरियाली बढ़ने से छात्रों को प्राकृतिक माहौल में पढ़ने और सीखने का मौका मिलेगा।
टीम वर्क और नैतिक शिक्षा का मिलेगा लाभ
इस योजना के तहत छात्र-छात्राएं मिलकर पोषण वाटिका की देखभाल करेंगे, जिससे उनमें टीम वर्क और जिम्मेदारी की भावना विकसित होगी। इससे बच्चों में प्रकृति से लगाव बढ़ेगा और वे पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक बनेंगे। शिक्षा विभाग का मानना है कि यह योजना न सिर्फ बच्चों के स्वास्थ्य के लिए बल्कि उनके संपूर्ण विकास के लिए भी बेहद फायदेमंद साबित होगी। आने वाले समय में इसे अन्य स्कूलों में भी लागू करने की योजना बनाई जा रही है।