Edited By Swati Sharma, Updated: 15 Feb, 2025 11:23 AM
![poster war tejashwi seen riding a horse and nitish seen sitting on a tortoise](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2025_2image_11_23_220321278posterbar-ll.jpg)
Bihar Politics: पटना में एक पोस्टर लगाया गया, जिसमें राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) एक दौड़ते हुए घोड़े पर बैठे हुए दिखाई दे रहे हैं, जबकि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) एक कछुए की पीठ पर बैठे हुए दिख...
Bihar Politics: पटना में एक पोस्टर लगाया गया, जिसमें राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) एक दौड़ते हुए घोड़े पर बैठे हुए दिखाई दे रहे हैं, जबकि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) एक कछुए की पीठ पर बैठे हुए दिख रहे हैं। पोस्टर पर लिखा है, “वही 17 महीनों वाली तेज तर्रार तेजस्वी सरकार आ रही है।”
बिहार में इस साल के अंत में होने है विधानसभा चुनाव
पोस्टर में उल्लिखित 17 महीने की अवधि महागठबंधन के शासन को दर्शाती है, जिसके दौरान राजद नेता उपमुख्यमंत्री थे। यह पोस्टर नीतीश कुमार के आवास से कुछ ही मीटर की दूरी पर लगाया गया है। बता दें कि बिहार में इस साल के अंत में बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Elections) होने हैं। तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) जनता दल (यू) प्रमुख कुमार के साथ मिलकर बनाई गई महागठबंधन सरकार के दौरान अपने प्रदर्शन को आगामी विधानसभा चुनाव के दौरान भुनाने की कोशिश में हैं। वहीं, यह पोस्टर राजद (RJD POSTER WAR) के एक कार्यकर्ता ने 10, सर्कुलर रोड के निकट लगाया है, जो पूर्व मुख्यमंत्री एवं यादव की मां राबड़ी देवी को आवंटित बंगला है।
लालटेन लेकर घोड़े पर सवार हुए Tejashwi
पोस्टर में यादव "घोड़े पर सवार" है, उनके हाथ में राजद का चुनाव चिन्ह ‘लालटेन' भी है और इसमें उन्हें एक मील का पत्थर पार करते हुए दिखाया गया है, जिस पर "2025" लिखा है जो इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव के संदर्भ में है। इसी पोस्टर में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक कछुए पर बैठे हुए दिखाया गया, उनकी पीठ में कुर्सी बंधी हुई है। इसमें नीचे एक जगह लिखा है कि “तेजस्वी विकास-2025 में फुल स्पीड से होगा।” यादव बड़े पैमाने पर सरकारी विभागों में भर्ती का श्रेय ले रहे हैं और इसे 2020 के विधानसभा चुनावों से पहले मतदाताओं से किए गए "10 लाख सरकारी नौकरियों" के वादे से जोड़ रहे हैं।