Edited By Swati Sharma, Updated: 12 May, 2024 12:23 PM
![samrat choudhary got angry on tejashwi s statement](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2024_5image_11_52_51097705012may27-ll.jpg)
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) के 'नालायक' वाले बयान पर उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी (Samrat Chaudhary) ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि उनके(तेजस्वी यादव) पूरे परिवार में एक लायक व्यक्ति तो है नहीं। लालू...
पटना: बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) के 'नालायक' वाले बयान पर उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी (Samrat Chaudhary) ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि उनके(तेजस्वी यादव) पूरे परिवार में एक लायक व्यक्ति तो है नहीं। लालू यादव ने स्वयं पूरे बिहार को निकम्मा बना दिया। उन्हें(तेजस्वी यादव) पहले अपने पिता को पूछना चाहिए था।
दूसरों पर व्यक्तिगत प्रहार करना ही राजद की कार्यशैली: चिराग
इधर, राजद नेता तेजस्वी यादव के बयान पर LJP (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने भी कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि महागठबंधन के लोग भाषा की मर्यादा को पूरी तरह से भूलते जा रहे हैं। आप सवाल पर और कार्यशैली पर ऊंगली उठाइए... बहरहाल राजद का यही कल्चर रहा है। अपनी गलतियों को छिपाने के लिए दूसरों पर व्यक्तिगत प्रहार करना ही राजद की कार्यशैली है।
क्या बोले थे तेजस्वी?
बता दें कि राजद नेता तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पटना में होने वाले रोड शो पर तंज कसते हुए कहा था कि वे(पीएम मोदी) रोड शो कर रहे हैं हमने तो 'जॉब-शो' किया और आगे भी 'जॉब-शो' करने का काम करेंगे... अगर उनके रूट प्लान में पटना विश्वविद्यालय नहीं है तो जरूर लगवा लें। चाचा जी(नीतीश कुमार) ने कहा था कि पटना विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा दे देंगे।
तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार को खास राज्य का दर्जा तो दूर कम से कम पटना विश्वविद्यालय को ही केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा दे देते। उन्हें(पीएम मोदी) एक दिन में तीन-तीन रैली और रोड शो क्यों करने पड़ रहे हैं? भाजपा और NDA में यहां पर सभी नालायक लोग हैं। अब उन्हें(पीएम मोदी) आना पड़ रहा है तो वे डरे हुए हैं क्योंकि बिहार इस बार चौकाने वाले नतीजे देने वाला है। प्रधानमंत्री को जवाब देना पड़ेगा कि उन्होंने बिहार के साथ सौतेला व्यवहार क्यों किया?