Edited By Swati Sharma, Updated: 01 Jul, 2024 02:18 PM
जन सुराज पदयात्रा के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने मौजूदा समय में बिहार में अलग-अलग पार्टियों में हो रही जातिवाद की बातें और उन पर राजनीतिक रोटी सेंक रहे नेताओं पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि राजनीति सिर्फ समीकरण की बात करने से नहीं होती...
पटना: जन सुराज पदयात्रा के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने मौजूदा समय में बिहार में अलग-अलग पार्टियों में हो रही जातिवाद की बातें और उन पर राजनीतिक रोटी सेंक रहे नेताओं पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि राजनीति सिर्फ समीकरण की बात करने से नहीं होती बल्कि जनता का विश्वास जीतना बहुत जरूरी है।
'अभी तरकस में कई तीर बाकी'
प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि अभी सरकार को बदले डेढ़ से 2 ही महीने हुए हैं और आप देख रहे होंगे कि बिहार से दिल्ली तक नेताओं में छटपटाहट होने लगी है। ऐसा इसलिए हो पा रहा क्योंकि बिहार में जमीन में लोगों को जन सुराज की ताकत दिख रही है। मुझे अगर कोई धंधेबाज कह रहा है तो मैं बस इतना ही कहना चाहूंगा कि हां मैंने इस बार बिहार के लोगों और बिहार को सुधारने के लिए काम ले लिया है। हम बिहार इस बार जनता का ठेका लेकर आए हैं ताकि जनता के लिए काम कर सकें। अभी तरकस में कई तीर बाकी है। बिहार में कई लोग कह रहे हैं कि पदयात्रा हो गई अब क्या करेंगे तो मैं उनको बतला दूं कि अभी इससे बड़ा बुलेट दागना बाकी है।
"कोई MY समीकरण बना रहा तो कोई PY",
पीके ने कहा कि जब हम पदयात्रा में आए थे तो 1 सौ से 50 लोगों के साथ आए थे मगर आज हज़ारों से भी ज्यादा लोग जन सुराज के साथ जुड़ गए हैं। बिहार के अन्य पार्टियों को समीकरण बनाने दीजिए कोई MY समीकरण बना रहा है कोई PY बना रहा है। कोई A to Z बना रहा है। आप देखियेगा 1 ही समीकरण होगा वो होगा जन बल का समीकरण। देश में जन बल के आगे कोई समीकरण नहीं है।