Edited By Swati Sharma, Updated: 02 Feb, 2025 01:18 PM
Bihar Land Survey: बिहार में राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने सर्वेक्षण के काम को गांव-गांव तक सरल भाषा में पहुंचाने के लिए नुक्कड़ नाटकों का प्रदर्शन शुरू कर दिया गया है। नुक्कड़ नाटकों का प्रदर्शन 29 जनवरी को मोतिहारी, बेतिया, सारण, सहरसा, रोहतास, आरा...
Bihar Land Survey: बिहार में राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने सर्वेक्षण के काम को गांव-गांव तक सरल भाषा में पहुंचाने के लिए नुक्कड़ नाटकों का प्रदर्शन शुरू कर दिया गया है। नुक्कड़ नाटकों का प्रदर्शन 29 जनवरी को मोतिहारी, बेतिया, सारण, सहरसा, रोहतास, आरा और पटना में शुरू किया गया, जबकि अन्य जिलों में 30 और 31 जनवरी को प्रदर्शन शुरू किया गया। इस प्रकार जनवरी माह में बिहार के सभी 38 जिलों में नुक्कड़ नाटकों के प्रदर्शन का काम शुरू कर दिया गया है।
एक अंचल में किए जाएंगे 6 नाटक
योजना के अनुसार, एक अंचल में छह नाटक किया जाना है, जिसमें दो नाटक सर्वे शिविर या अंचल कार्यालय में आयोजित होगा, जबकि अन्य चार नाटक ग्रामीण क्षेत्रों में होगा। इन स्थलों का चयन संबंधित अंचल अधिकारियों को करना है। इन नाटकों का प्रदर्शन फरवरी माह के अंत तक किया जाना है। इस नुक्कड़ नाटक में 25 नाटक मंडलियां दक्षिण बिहार में जबकि 35 नाटक मंडलियां उत्तर बिहार में हिस्सा ले रही हैं। हरेक मंडली में दस कलाकार हिस्सा ले रहे हैं। नाटक में ढोलक, झाल और हारमोनियम जैसे वाद्य यंत्रों का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसमें भूमि सर्वे से संबंधित सभी जानकारियां दी जा रही हैं। सारे सवालों का सरल भाषा में जवाब दिया जा रहा है।
नाटक देखने के लिए लोगों की उमड़ रही भारी भीड़
इन नाटकों को आमलोगों का बहुत अच्छा रिस्पांस मिला है। नाटक देखने के लिए लोगों की भारी भीड़ उमड़ रही है। नाटक समाप्त होने के बाद लोग कई प्रकार के प्रश्न पूछ रहे हैं, जिसे देखकर शिविर प्रभारी कानूनगो और अन्य सर्वे कर्मियों को नाटक में भेज रहें है जिससे लोगों के सवालों का ऑन द स्पॉट जवाब दिया जा सके। नाटक मंडली को सहयोग प्रदान करने के लिए सभी अंचल अधिकारियों को विभाग की ओर से पत्र दिया गया है। उनके आवासन की भी व्यवस्था करने का निर्देश है। ग्रामीण क्षेत्रों में चार स्थलों का चयन करने के साथ ही उन्हें यह प्रतिवेदन भी देना है कि छह स्थानों पर नाटकों का सफलतापूर्वक संचालन किया जा चुका है।