Edited By Swati Sharma, Updated: 09 Aug, 2025 04:26 PM
Dehri Assembly Seat: डेहरी विधानसभा सीट रोहतास जिले में स्थित है......यह विधानसभा क्षेत्र काराकाट लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत आता है। यह सीट साल 1951 से ही अस्तित्व में है। इस सीट पर 1951 में विधानसभा के चुनाव हुए और सोशलिस्ट पार्टी के बसावन...
Dehri Assembly Seat: डेहरी विधानसभा सीट रोहतास जिले में स्थित है......यह विधानसभा क्षेत्र काराकाट लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत आता है। यह सीट साल 1951 से ही अस्तित्व में है। इस सीट पर 1951 में विधानसभा के चुनाव हुए और सोशलिस्ट पार्टी के बसावन सिन्हा चुनाव जीतने में सफल रहे थे। इसके बाद 1957 में भी प्रजा सोशलिस्ट पार्टी के टिकट पर बसावन सिन्हा ही चुनाव जीते थे। साल 1962 से लेकर 1972 तक लगातार इस सीट पर कांग्रेस का कब्जा रहा। 1962 और 1967 में अब्दुल कय्यूम अंसारी, 1969 में रियासत करीम और 1972 में तीसरी बार अब्दुल कय्यूम अंसारी यहां से विधायक चुने गए थे। 1977 में बसावन सिंह एक बार फिर से जनता पार्टी की तरफ से चुनाव लड़े और जीतने में सफल रहे। 1980 में भी इस सीट पर जनता पार्टी का ही कब्जा रहा और मोहम्मद इलियास हुसैन चुनाव जीते। 1985 में कांग्रेस के खालिद अनवर अंसारी डेहरी से विधायक चुने गए थे।
1990 और 1995 में जनता दल के टिकट पर मोहम्मद इलियास हुसैन विधायक चुने गए थे। इसके बाद 2000 में भी लगातार तीसरी बार इलियास हुसैन विधायक चुने गए, लेकिन इस बार वे आरजेडी की तरफ से चुनावी मैदान में थे। 2005 और 2010 में इस सीट पर किसी भी पार्टी को नहीं बल्कि निर्दलीय उम्मीदवार को जीत मिली। 2005 में प्रदीप कुमार जोशी विधायक बने तो 2010 में ज्योति रश्मि चुनाव जीतने में सफल रहीं थीं। 2015 में मोहम्मद इलियास हुसैन एक बार फिर से आरजेडी की टिकट पर विरोधियों को हराने में सफल रहे थे। 2019 में इस सीट पर उपचुनाव हुए जिसमें पहली बार बीजेपे के कैंडिडेट सत्यनारायण सिंह यादव विधायक चुने गए थे, लेकिन 2020 में कम मार्जिन से ही सही लेकिन आरजेडी के फतेह बहादुर सिंह ने यहां बाजी पलट दी थी।
Dehri Assembly Seat Result 2020।। एक नजर 2020 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2020 में डेहरी सीट से आरजेडी कैंडिडेट फतेह बहादुर सिंह ने जीत हासिल की थी। फतेह बहादुर सिंह को 64 हजार पांच सौ 67 वोट मिले थे, जबकि दूसरे नंबर पर रहे बीजेपी कैंडिडेट सत्यनारायण सिंह को 64 हजार एक सौ तीन वोट ही मिल पाया था। इस तरह से फतेह बहादुर सिंह ने सत्यनारायण सिंह को महज चार सौ 64 वोट के कम अंतर से हराया था। वहीं प्रदीप कुमार जोशी 9 हजार 70 वोट लाकर तीसरे स्थान पर रहे थे।

Dehri Assembly Seat Result 2015।। एक नजर 2015 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2015 के विधानसभा चुनाव में डेहरी सीट पर आरजेडी के कैंडिडेट मोहम्मद इलियास हुसैन ने जीत हासिल की थी। हुसैने ने बीएलएसपी के उम्मीदवार जितेंद्र कुमार को 3 हजार आठ सौ 98 वोट के अंतर से हराया था। मोहम्मद इलियास हुसैन को कुल 49 हजार चार सौ दो वोट मिले थे, जबकि दूसरे नंबर पर रहे जितेंद्र कुमार को कुल 45 हजार पांच सौ चार वोट मिले थे तो वहीं तीसरे स्थान पर रहे आरएसडब्ल्यूडी के प्रदीप कुमार जोशी को कुल 29 हजार पांच सौ 41 वोट मिले थे।

Dehri Assembly Seat Result 2010।। एक नजर 2010 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2010 में हुए विधानसभा चुनाव में डेहरी सीट पर निर्दलीय कैंडिडेट ज्योति रश्मि ने जीत हासिल की थी। ज्योति रश्मि ने आरजेडी उम्मीदवार मोहम्मद इलियास हुसैन को 9 हजार आठ सौ 15 वोट के अंतर से हराया था। ज्योति रश्मि को कुल 43 हजार छह सौ 34 वोट मिले थे, जबकि दूसरे नंबर पर रहे मोहम्मद इलियास हुसैन को कुल 33 हजार आठ सौ 19 वोट ही मिल पाए थे तो वहीं तीसरे स्थान पर रहे बीजेपी के अवधेश नारायण सिंह को कुल 27 हजार पांच सौ आठ वोट मिले थे।

Dehri Assembly Seat Result 2005।। एक नजर 2005 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2005 में हुए विधानसभा चुनाव में डेहरी सीट पर निर्दलीय कैंडिडेट प्रदीप कुमार जोशी ने जीत हासिल की थी। प्रदीप कुमार जोशी ने आरजेडी के उम्मीदवार मोहम्मद इलियास हुसैन को 43 हजार दो सौ 77 वोटों के बड़े अंतर से हराया था। प्रदीप कुमार जोशी को कुल 70 हजार पांच सौ 58 वोट मिले थे, जबकि दूसरे नंबर पर रहे मोहम्मद इलियास हुसैन को कुल 27 हजार दो सौ 81 वोट ही मिल पाए थे तो वहीं तीसरे स्थान पर रहीं बीजेपी की शीला सिंह को कुल 8 हजार आठ सौ 78 वोट मिले थे।

2024 के लोकसभा चुनाव में डेहरी सीट पर लेफ्ट उम्मीदवार ने एनडीए के कैंडिडेट उपेंद्र कुशवाहा पर 10 हजार से ज्यादा वोट की लीड बनाई थी, लेकिन तब पवन सिंह ने बीजेपी और कुशवाहा के सारे समीकरण को ध्वस्त कर दिया था। वैसे इस सीट पर यादव,कोइरी,पासवान,अति पिछड़े और मुस्लिम वोटरों का अच्छा खासा असर है। यादव और मुस्लिम वोटर मिलकर आरजेडी कैंडिडेट के जीत का आधार बनाते हैं, इसलिए ये कहा जा सकता है कि डेहरी सीट पर इस बार भी आरजेडी का पलड़ा भारी रह सकता है।