बक्सर में साल की अंतिम राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन, 1867 मामलों का करवाया गया निपटारा

Edited By Nitika, Updated: 13 Nov, 2022 04:43 PM

1867 cases settled in national lok adalat

बिहार के बक्सर जिला विधिक सेवा प्राधिकार के तत्वावधान में शनिवार को वर्ष 2022 की चतुर्थ व अंतिम राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया, जिसमें विभिन्न वाद के 1867 मामलों का निपटारा करवाया गया।

 

बक्सरः बिहार के बक्सर जिला विधिक सेवा प्राधिकार के तत्वावधान में शनिवार को वर्ष 2022 की चतुर्थ व अंतिम राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया, जिसमें विभिन्न वाद के 1867 मामलों का निपटारा करवाया गया।

कार्यक्रम का उद्घाटन अंजनी कुमार सिंह, जिला एवं सत्र न्यायाधीश -सह-अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकार, बक्सर, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश धर्मेंद्र कुमार तिवारी, जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष बबन ओझा, सचिव बिंदेश्वरी पांडे, पंजाब नेशनल बैंक के मुख्य शाखा प्रबंधक, जैलेंद्र कुमार वर्मा, व्यवहार न्यायालय, बक्सर, और उपस्थित अन्य गणमान्य लोगों ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। मौके पर न्यायिक पदाधिकारी व कार्यालय कर्मचारी मौजूद रहे। माननीय जिला एवं सत्र न्यायाधीश, बक्सर अंजनी कुमार सिंह, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश, -सह- सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकार, बक्सर धर्मेंद्र कुमार तिवारी, जिला बार एसोसिएशन, बक्सर के अध्यक्ष बबन ओझा, सचिव, बिंदेश्वरी पांडे, पंजाब नेशनल बैंक के एलडीएम जैनेंद्र कुमार वर्मा ने मंच का संचालन किया। लोक अदालत पूर्वाहन 10 बजकर 30 मिनट पर शुरू की गई। अपराह्न 5 बजे तक चले इस लोक अदालत में विभिन्न वाद के 1867 मामले का निपटारा करवाया गया। इस दौरान अपने संबोधन में जिला न्यायाधीश ने कहा कि, लोक अदालत सुलभ और एक ही दिन में मुकदमे के निपटारे का सुलभ रास्ता है। कोई भी व्यक्ति अपने वाद का निपटारा सुलह समझौते के माध्यम से करवा सकता है। 

वहीं मंच संचालन कर रहे अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश -सह-सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकार, धर्मेंद्र कुमार तिवारी ने कहा कि इस अवसर को हम लोग एक राष्ट्रीय पर्व के तौर पर मनाते हैं। हमारी दंत कथाओं के अनुसार, एक बार सभी देवताओं ने आपस में इस बात को लेकर विवाद हो गया कि पहले किस देवता की पूजा हो। तब भगवान शंकर ने कहा कि जो देवता हमारी पृथ्वी का सम्पूर्ण परिक्रमा कर सबसे पहले मेरे समक्ष उपस्थित होंगे। उन्हीं की पूजा सबसे पहले होगी। यह बात सुनकर सभी देवता पृथ्वी की परिक्रमा पर निकल गया। मगर भगवान श्री गणेश ने अपने माता-पिता का वहीं खड़ा रह कर चारों ओर परिक्रमा कर यह सुनिश्चित कर दिया कि हमने पृथ्वी की परिक्रमा सबसे पहले कर ली। ठीक उसी प्रकार वाद के दोनों पक्षकार स्थानीय न्यायालय, उच्च न्यायालय एवं उच्चतम न्यायालय में अपने-अपने वादों को लेकर दौड़ते रहते हैं और उनके मुकदमे का निपटारा नहीं होता। यदि अपने मुकदमों का निपटारा करवाना चाहते हैं तो सीधे लोक अदालत में आए और एक ही दिन में अपने वादों का निपटारा सुलह के आधार पर करवाए।

बता दें कि राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन इस उद्देश्य से किया जाता है कि व्यवहार न्यायालय पर बढ़ रहे मुकदमों के बोझ को कम किया जा सके। साथ में लोगों को सुलभ न्याय उपलब्ध करवाना है। साथ ही राष्ट्रीय लोक अदालत में सम्मिलित होने वाले सभी आगंतुकों का धन्यवाद ज्ञापन भी उन्होंने दिया। उन्होंने कहा कि लोक अदालत जनता की अदालत है, जिसमें आपकी सहमति से ही आप के द्वारा किया गए मुकदमों को सुलह के आधार पर निपटारा करवाया जाता है। दोनों पक्षों के सुलह होने पर अवार्ड बनता है, जिससे दोनों पक्षों को दिया जाता है और एक कॉपी न्यायालय में भी रखा जाता है। आज के राष्ट्रीय लोक अदालत में बैंक के 1559 व भारत संचार निगम लिमिटेड के दो, खनन विभाग के तीन, ग्राम कचहरी के एक, आपराधिक 154 वाद, चेक बाउंस के तीन, मोटर वाहन अधिनियम के चार तथा विद्युत वाद के 83 मामले का निपटारा करवाया गया। जिले के विभिन्न बैंकों ने 1559 मामलों में हुए निष्पादन में इस दौरान 4 करोड़ 84 लाख 57 हजार 03 सौ 18 रुपए की रिकवरी की।

 

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