Edited By Ramanjot, Updated: 24 Jul, 2020 11:36 AM
बिहार में भारी बारिश के कारण कई नदियों का जलस्तर बढ़ गया, जिसके चलते बाढ़ की समस्या पैदा हो गई है। वहीं राज्य के 10 जिलों की 765191 आबादी बाढ़ से प्रभावित हो गई है जिनमें से 36448 लोगों को सुरक्षित ठिकानों तक पहुंचाया गया है।
पटनाः बिहार में भारी बारिश के कारण कई नदियों का जलस्तर बढ़ गया, जिसके चलते बाढ़ की समस्या पैदा हो गई है। वहीं राज्य के 10 जिलों की 765191 आबादी बाढ़ से प्रभावित हो गई है जिनमें से 36448 लोगों को सुरक्षित ठिकानों तक पहुंचाया गया है।
खतरे के निशान से उपर बह रही ये नदियां
आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार, प्रदेश के 10 जिलों सीतामढ़ी, शिवहर, सुपौल, किशनगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण एवं खगडिया जिले के 64 प्रखंडों के 426 पंचायतों की 636311 आबादी बाढ से प्रभावित है जहां से हटाए गए 13877 लोग 28 राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं। जल संसाधन विभाग के मुताबिक बागमती नदी सीतामढी, मुजफ्फरपुर एवं दरभंगा में, बूढी गंडक मुजफ्फरपुर एवं समस्तीपुर में, कमला बलान मधुबनी में, लालबकिया पूर्वी चंपारण में, पुनपुन पटना में, अधवारा सीतामढी में, खिरोई दरभंगा में और महानंदा पूर्णिया में तथा घाघरा सिवान में खतरे के निशान से उपर बह रही है। विभाग के अनुसार सभी बाढ़ सुरक्षात्मक तटबंध सुरक्षित हैं।
राज्य के विभिन्न जिलों में तैनात NDRF की 21 टीमें
बिहार में बाढ़ के खतरे के मद्देनजर राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की 21 टीमों को राज्य के विभिन्न संवेदनशील जिलों में तैनात किया गया है। एनडीआरएफ की इन 21 टीमों से गोपालगंज और पटना जिले में 03-03 टीमें, पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, सारण, दरभंगा तथा सुपौल जिले में 02-02 टीमें एवं कटिहार, किशनगंज, अररिया, मधुबनी तथा मुजफ्फरपुर जिले में 01-01 टीम बाढ़ आपदा से निपटने के लिए तैनात की गई हैं।
पर्यटन मंत्री ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का किया दौरा
प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री तथा पूर्वी चंपारण जिला मुख्यालय मोतिहारी से भाजपा विधायक प्रमोद कुमार ने डिप्टी कलेक्टर मेघा कश्यप और स्थानीय पार्टी पदाधिकारियों के साथ पूर्वी चंपारण में बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया। मंत्री ने कहा कि यह नीतीश कुमार सरकार की घोषित नीति है कि आपदाओं से प्रभावित लोगों का राज्य के संसाधनों पर पहला हक है। बाढ प्रभावित लोगों के भोजन और आश्रय की व्यवस्था किए जाने के साथ सभी प्रभावित लोगों को 6,000 रुपए की नकद सहायता मिलेगी।