Edited By Ramanjot, Updated: 26 Dec, 2025 08:53 AM

पटना में नई सरकार के गठन के बाद बदलाव की प्रक्रिया तेज हो गई है। यह बदलाव सिर्फ मंत्रिपरिषद तक सीमित नहीं रहा, बल्कि अब नेताओं के सरकारी आवासों में भी फेरबदल शुरू हो गया है।
Bihar Politics News: पटना में नई सरकार के गठन के बाद बदलाव की प्रक्रिया तेज हो गई है। यह बदलाव सिर्फ मंत्रिपरिषद तक सीमित नहीं रहा, बल्कि अब नेताओं के सरकारी आवासों में भी फेरबदल शुरू हो गया है। इसी कड़ी में भवन निर्माण विभाग ने बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री और विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष राबड़ी देवी को 10 सर्कुलर रोड स्थित सरकारी बंगला खाली करने का निर्देश दिया है। इसके साथ ही उनके लिए नया सरकारी आवास भी आवंटित कर दिया गया है।
रात के अंधेरे में शुरू हुई सामान हटाने की प्रक्रिया
प्रशासनिक आदेश के बाद 10 सर्कुलर रोड स्थित बंगले से सामान शिफ्ट करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। देर रात छोटे वाहनों के जरिए पौधे, गमले और अन्य गार्डन से जुड़ा सामान हटाया जाता देखा गया। बंगला खाली किए जाने से जुड़ी तस्वीरें भी सामने आने की चर्चा है, जिससे राजनीतिक हलकों में हलचल तेज हो गई है।
4–5 छोटी गाड़ियों से गौशाला तक पहुंचा सामान
सूत्रों के मुताबिक गुरुवार की रात चार से पांच छोटी गाड़ियां राबड़ी देवी के आवास पर पहुंचीं। बताया जा रहा है कि बंगले से निकाला गया सामान पहले गोला रोड स्थित उनकी गौशाला में ले जाया गया है, जहां से आगे दूसरे स्थान पर शिफ्ट करने की तैयारी की जा रही है। फिलहाल पौधे, गार्डन सामग्री और गमले हटाए गए हैं।
25 दिसंबर को पूरी हुई बंगला खाली करने की समयसीमा
जानकारी के अनुसार भवन निर्माण विभाग ने 25 नवंबर को ही बंगला खाली करने का नोटिस जारी किया था, जिसकी एक महीने की अवधि 25 दिसंबर को पूरी हो गई। जिस समय आवास से सामान हटाने का काम चल रहा था, उस वक्त लालू प्रसाद यादव और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव दोनों ही पटना से बाहर बताए जा रहे हैं। हालांकि, इस पूरे घटनाक्रम को लेकर आरजेडी की ओर से अब तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
हार्डिंग रोड में मिला नया सरकारी आवास
गौरतलब है कि राबड़ी देवी वर्ष 16 जनवरी 2006 से 10 सर्कुलर रोड स्थित बंगले में रह रही थीं। वर्तमान में वह विधान परिषद में विपक्ष की नेता हैं। सरकारी प्रावधानों के तहत अब उन्हें हार्डिंग रोड स्थित केंद्रीय पूल आवास, बंगला नंबर 39 में स्थानांतरित किए जाने का निर्णय लिया गया है। भवन निर्माण विभाग के अनुसार यह आवास विधान परिषद में विपक्ष के नेता के पद के अनुरूप निर्धारित है।