Edited By Ramanjot, Updated: 17 Mar, 2021 09:25 AM
बैंकों की दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल के अंतिम दिन भी बिहार में बैंकिंग सेवा ठप रही। पटना में निजी क्षेत्र की शाखाओं में भी कामकाज ठप रहा। पटना, मुजफ्फरपुर, गया, बेगूसराय, भोजपुर, खगड़िया, जमुई, पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण, पूर्णिया, किशनगंज,...
पटनाः केंद्र सरकार के सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का निजीकरण करने की नीति के विरोध में यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स के आह्वान पर सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्र के बैंकों की दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल के अंतिम दिन भी बिहार में बैंकिंग सेवा ठप रही।
बैंक इम्प्लॉइज फेडरेशन, बिहार के महासचिव जे. पी. दीक्षित ने मंगलवार को बताया कि बिहार में लगभग छह हजार शाखाएं एवं लगभग 6500 ऑटोमेटेड ट्रेलर मशीन (एटीएम) पूरी तरह से बंद रहे। पटना में निजी क्षेत्र की शाखाओं में भी कामकाज ठप रहा। उन्होंने कहा कि पटना, मुजफ्फरपुर, गया, बेगूसराय, भोजपुर, खगड़िया, जमुई, पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण, पूर्णिया, किशनगंज, कटिहार, सीवान, गोपालगंज एवं अन्य सभी स्थानों पर राष्ट्रीयकृत बैंकों की सभी शाखाएं बंद रही।
दीक्षित ने बैंक कर्मियों, पदाधिकारियों एवं ग्राहकों को हड़ताल को सफल बनाने में सहयोग के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि वह देश के नागरिकों से अपील करता हूं कि वह सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के निजीकरण के दुष्परिणाम को समझने का प्रयास करें।