Edited By Swati Sharma, Updated: 25 Oct, 2024 01:06 PM
बिहार में भागलपुर जिले के बरारी थाना क्षेत्र में गुरुवार को पुलिस ने अंतरराज्यीय संगठित साइबर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर इसके दस सदस्यों को गिरफ्तार किया है। भागलपुर के नगर पुलिस अधीक्षक एस. रामदास ने गुरुवार को बताया कि जिले में प्रतिबिब...
भागलपुर: बिहार में भागलपुर जिले के बरारी थाना क्षेत्र में गुरुवार को पुलिस ने अंतरराज्यीय संगठित साइबर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर इसके दस सदस्यों को गिरफ्तार किया है। भागलपुर के नगर पुलिस अधीक्षक एस. रामदास ने गुरुवार को बताया कि जिले में प्रतिबिब पोटर्ल की निगरानी के दौरान एक संदिग्ध मोबाइल नंबर के साइबर धोखाधड़ी की सूचना मिलने पर वरीय पुलिस अधीक्षक के निर्देशानुसार पुलिस उपाधीक्षक सह साइबर थानाध्यक्ष के नेतृत्व में गठित विशेष टीम ने आज बरारी क्षेत्र के मनाली चौक के पास एक मकान में अवस्थित फर्जी सेल्स एडवरटाईजेटमेंट सेन्टर सहित अन्य ठिकानों पर छापा मारा।
सभी अभियुक्तों से की जा रही पूछताछ
रामदास ने बताया कि इस दौरान टीम ने अंतरराज्यीय साइबर ठगी करने वाले गिरोह के मास्टरमाइंड राहुल उर्फ जिशान अली सहित कुल दस लोगों को गिरफ्तार कर उसके पास से 38 मोबाइल, 44 सिमकार्ड, 34 एटीएम कार्ड, 14 बैंक चेकबुक, तीन पासबुक, लैपटॉप, तीन मोटरसाइकिल और करीब 75 हजार रुपए नगद और सोने के कई आभूषण जब्त किया गया है। पुलिस अधीक्षक (नगर) ने बताया कि पकड़े गए मास्टर माइंड राहुल उर्फ जिशान अली सहित आठ अभियुक्त पश्चिम बंगाल के चौबीस परगना तथा आसनसोल जिले के रहने वाले हैं और अन्य दो अभियुक्त भागलपुर एवं जमुई जिले का निवासी है। सभी अभियुक्तों से कड़ी पूछताछ की जा रही है।
'इस गिरोह का तार समूचे देश में फैला हुआ'
पदाधिकारी ने बताया कि इस मामले में जिले के साइबर सेल के अब तक के अनुसंधान, तकनीकी विश्लेषण, मानव सूत्र आदि से पता चला है कि इस गिरोह का तार समूचे देश में फैला हुआ है और जब्त कागजात के बाबत गिरोह के सदस्यों द्वारा हर महीने करीब पचास लाख रुपए की साइबर ठगी की गई है। उन्होंने बताया कि पश्चिम बंगाल के विभिन्न जिलों के रहने वाले साइबर ठगी गिरोह के गिरफ्तार सदस्यों की पूरी जानकारी एकत्र करने के लिए वहां की पुलिस साइबर सेल से संपर्क किया जा रहा है। वहीं, सभी अभियुक्तों के खिलाफ आगे की कार्रवाई शुरु कर दी गई है।