Edited By Nitika, Updated: 26 Oct, 2022 05:22 PM

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वीरचंद पटेल स्थित नवनिर्मित विधायक आवास परिसर में विधायक आवासन योजना के अंतर्गत माननीय विधायकगण हेतु निर्मित आवासों का फीता काटकर एवं शिलापट्ट अनावरण कर उद्घाटन किया।
पटना(अभिषेक कुमार सिंह): मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वीरचंद पटेल स्थित नवनिर्मित विधायक आवास परिसर में विधायक आवासन योजना के अंतर्गत माननीय विधायकगण हेतु निर्मित आवासों का फीता काटकर एवं शिलापट्ट अनावरण कर उद्घाटन किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने नवनिर्मित भवनों का निरीक्षण भी किया।

सीएम ने परिसर की साफ-सफाई का दिया निर्देश
निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को परिसर की साफ-सफाई और भवनों के मेंटेनेंस का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि परिसर में पौधारोपण करवाएं और उसका रख-रखाव ठीक ढंग से करवाएं। साथ ही परिसर में सुरक्षा की हमेशा पुख्ता व्यवस्था रखें। आधुनिक सुविधाओं से युक्त नवनिर्मित विधायक आवास का निर्माण करवाया गया है। नवनिर्मित आवासों का हस्तांतरण किया जा रहा है। बचे हुए आवासों का निर्माण तेजी से पूर्ण करवाएं। आवासन परिसर के साथ-साथ बाहरी परिसर का भी साफ-सफाई और रख-रखाव कार्य बेहतर ढंग से करवाएं ताकि यह जगह सुंदर और आकर्षक दिखे।

सीएम ने 8 माननीय विधायकों को सौंपी चाबी
इस अवसर पर भवन निर्माण द्वारा आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने 8 माननीय विधायकों यथा- रामवृक्ष सदा, इजहारूल हुसैन, ललित नारायण मंडल, शंभूनाथ यादव, रामबली सिंह यादव, रणविजय साहू, हरिशंकर यादव एवं अरुण सिंह को नवनिर्मित आवासों की सांकेतिक रूप से चाबी सौंपी। कार्यक्रम में भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि ने मुख्यमंत्री को 'संस्कृति के चार अध्याय' एवं 'लोकराज के लोकनायक' नामक दो पुस्तकें भेंटकर उनका अभिनंदन किया।

कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष सहित ये मंत्री रहे मौजूद
इस अवसर पर बिहार विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी, वित्त सह संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी, बिहार विधानसभा के उपाध्यक्ष महेश्वर हजारी सहित अन्य विधायकगण, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त परामर्शी मनीष कुमार वर्मा, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि सहित अन्य पदाधिकारीगण उपस्थित थे।

वर्ष 2011 में भी बिल्डिंग बनाने का लिया गया था निर्णय
कार्यक्रम के पश्चात पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2011 में बिल्डिंग बनाने का निर्णय लिया गया था और 2012-13 में किस तरह की बिल्डिंग बनाई जाएगी। इसके लिए सुझाव मांगा गया था। जो लोग पहले से यहां रह रहे थे, उनसे आवास खाली करवाना मुश्किल हो रहा था। फिर यहां रह रहे लोगों के लिए बाहर रहने का इंतजाम करवाया गया। हम जल्द से जल्द इसका निर्माण करवाना चाह रहे थे। निर्माण कार्य में आ रही सभी बाधाओं को दूर करवाया गया और फिर काम शुरू हुआ लेकिन जितनी तेजी से निर्माण कार्य होना चाहिए था, उतनी तेजी से नहीं हो रहा था। मैं बहुत बार निर्माण स्थल पर कार्य देखने गया और तेजी से निर्माण करवाने का निर्देश दिया। पिछले साल भी हम देखकर गए थे। वर्ष 2019 में ही विधान परिषद् की 55 बिल्डिंग का निर्माण हो चुका था, अभी 20 बिल्डिंग का निर्माण और होना है। यहां पर अभी सिर्फ 65 बिल्डिंग का निर्माण हुआ है, जबकि 243 का निर्माण होना है। नियम बना दिया गया है कि कोई भी बिल्डिंग बनेगी तो वो अलग-अलग विधानसभा सीट के हिसाब से वहां के विधायकों को मिलेगी। एक-एक विधायक और विधान पार्षद के लिए पहले से ही उनके क्षेत्र के मुताबिक स्थान तय रहेगा और वही बिल्डिंग उनको मिलेगी।

विशेष ट्रेन की व्यवस्था को लेकर सीएम ने कही ये बात
छठ महापर्व पर बिहार आ रहे लोगों के लिए विशेष ट्रेन की व्यवस्था से संबंधित प्रश्न पर मुख्यमंत्री ने कहा कि छठ महापर्व पर बिहार आने में किसी को दिक्कत नहीं हो, इसके लिए रेलवे के अधिकारियों से बात की गई है। सब कुछ देखा जा रहा है कि कहीं भी किसी को किसी प्रकार की दिक्कत न हो।
