Edited By Nitika, Updated: 12 Sep, 2022 03:08 PM

रविवार को अपने पक्ष में बोलने के लिए निवर्तमान जत्थेदार ज्ञानी रंजीत सिंह गौहर ए मस्कीन और दानकर्ता पंजाब के करतारपुर निवासी डॉक्टर गुरविंदर सिंह सामरा के बड़े पुत्र हरमनदीप सिंह सामरा को बुलाया गया। क्योंकि डॉक्टर सामरा अस्वस्थ थे। पंच प्यारों ने...
पटनाः बिहार की राजधानी पटना में स्थित श्री हरमंदिर जी पटना साहिब में 5 करोड़ के हीरे जेवरात नकली पाए गए है। श्री हरमंदिर जी पटना साहिब के पंच प्यारों ने इस मामले में बैठक कर निवर्तमान जत्थेदार ज्ञानी रंजीत सिंह गौहर ए मस्कीन को धर्मविरोधी घोषित कर दिया है और पंच प्यारों दानकर्ता को मना किए जाने पर भी मीडिया में बयान देने के लिए कार्रवाई की है।
दरअसल, रविवार को अपने पक्ष में बोलने के लिए निवर्तमान जत्थेदार ज्ञानी रंजीत सिंह गौहर ए मस्कीन और दानकर्ता पंजाब के करतारपुर निवासी डॉक्टर गुरविंदर सिंह सामरा के बड़े पुत्र हरमनदीप सिंह सामरा को बुलाया गया क्योंकि डॉक्टर सामरा अस्वस्थ थे। पंच प्यारों ने दोनों से मिले साक्ष्यों को लेकर 8 से 9 घंटे तक सिख संगंतो के साथ बैठक कर फैसला सुनाया। पंच प्यारों ने दोनों को 1100 का कड़ाह प्रसाद, 3 दिनों तक बर्तन और जूता घर में सेवा करने और एक अखंड पाठ को करने का फैसला सुनाया गया।
बता दें कि 1 जनवरी 2022 को ड़ाॅ सामरा ने लगभग 5 करोड़ के हीरे जेवरात चढ़ाए थे, जिसमें सोने का हार, कृपान, छोटी पलंग, कलगी आदि भेंट किए थे। इस मामले में सिख संगंतो को शक होने पर तख्त श्री हरमंदिर प्रबंधक कमेटी के तत्कालीन अध्यक्ष स्वर्गीय अवतार सिंह के आदेश पर सारे सामान की जांच की गई। जांच में सोने की शुद्धता काफी कम पाई गई। इसके बाद दानकर्ता डॉक्टर सामरा ने जत्थेदार ज्ञानी रंजीत सिंह गौहर ए मस्कीन के सामने निर्माण की बात किए जाने का आरोप लगाया और फिर जत्थेदार ज्ञानी रंजीत सिंह गौहर ए मस्कीन के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई।