Edited By Ramanjot, Updated: 13 Apr, 2025 09:34 AM

बिहार के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री डॉ. सुनील कुमार पर्यावरण संरक्षण को लेकर एक्शन मोड में हैं।
पटना:बिहार के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री डॉ. सुनील कुमार पर्यावरण संरक्षण को लेकर एक्शन मोड में हैं। शनिवार को उन्होंने विभाग के अधिकारियों और पदाधिकारियों के साथ एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। इस बैठक में पर्यावरणीय योजनाओं की प्रगति, राज्य के प्रमुख पार्कों की स्थिति और जलवायु परिवर्तन से जुड़ी परियोजनाओं की बिंदुवार समीक्षा की।
बैठक के दौरान मंत्री ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी योजनाओं का क्रियान्वयन समयबद्ध, पारदर्शी और गुणवत्तापूर्ण तरीके से किया जाए। उन्होंने कहा कि "पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखने के लिए विभाग की योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन अत्यंत आवश्यक है।"
पौधारोपण अभियान में तेजी लाने के निर्देश
इस बैठक में मंत्री डॉ. सुनील कुमार ने विशेष रूप से पौधारोपण कार्यक्रमों की गति को बढ़ाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि राज्य को हरित बनाने के प्रयासों में ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि वे जनभागीदारी को प्राथमिकता देते हुए पौधारोपण अभियान को जन-आंदोलन का रूप दें।
पार्कों की स्थिति पर विशेष फोकस
साथ ही इस महत्वपूर्ण बैठक में राज्य के सभी प्रमुख पार्कों की वर्तमान स्थिति पर भी चर्चा की गई। मंत्री ने अधिकारियों से इन पार्कों की जानकारी ली और उनकी देखभाल, रख-रखाव और सौंदर्यीकरण को लेकर दिशा-निर्देश जारी किए।
जलवायु परिवर्तन और वन विस्तार पर चर्चा
बैठक में जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए चल रही योजनाओं और वन क्षेत्र के विस्तार से जुड़ी परियोजनाओं की भी समीक्षा की गई। मंत्री ने दोहराया कि सरकार सतत विकास और पर्यावरण संरक्षण के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है और इसके लिए जनसहभागिता को अनिवार्य बताया।
सरकार की प्राथमिकता 'हरित बिहार'
मंत्री डॉ. सुनील कुमार ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के प्रयास तभी सफल होंगे, जब यह केवल सरकारी कार्यक्रम न रहकर जन-आंदोलन बने। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे "जमीनी स्तर पर योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करें और हर नागरिक को इस अभियान से जोड़ें।"