Edited By Harman, Updated: 01 Apr, 2025 08:25 AM

बिहार के पूर्वी चंपारण जिले में 79 नाबालिगों सहित लगभग 600 लोगों को धोखेबाजों के चंगुल से बचाया गया। इसके अलावा पुलिस ने एक कंपनी से जुड़े तीन लोगों को गिरफ्तार भी किया है। इस कंपनी के लोग कथित तौर पर युवाओं एवं नाबालिगों को फर्जी नौकरी की पेशकश...
मोतिहारी: बिहार के पूर्वी चंपारण जिले में 79 नाबालिगों सहित लगभग 600 लोगों को धोखेबाजों के चंगुल से बचाया गया। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी।
पुलिस ने निजी कंपनी में छापा मार कर 495 युवकों और 79 नाबालिग लड़कों को बचाया
पुलिस ने एक कंपनी से जुड़े तीन लोगों को गिरफ्तार भी किया है। इस कंपनी के लोग कथित तौर पर युवाओं एवं नाबालिगों को फर्जी नौकरी की पेशकश करके बंदी बना लेते थे और उनके परिवारों से पैसे ऐंठते थे। पूर्वी चंपारण पुलिस ने एक बयान में कहा, "एक गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने जिले के रक्सौल में स्थित निजी कंपनी के परिसर पर छापा मारा और परिसर से 495 युवकों और 79 नाबालिग लड़कों को बचाया।" पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है और प्राथमिकी में नामजद 17 फरार आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।
पीड़ितों के माता-पिता से 15,000 से 20,000 रुपये तक की जबरन वसूली
प्रारंभिक जांच से पता चला है कि यह कंपनी नौकरी दिलाने का वादा करने के बाद लोगों को महीनों तक बंधक बनाकर रखती थी। बयान में कहा गया है, "कंपनी से जुड़े लोगों ने पीड़ितों के माता-पिता से 15,000 से 20,000 रुपये तक की जबरन वसूली भी की। जांच में यह भी पता चला है कि पीड़ितों को आरोपियों द्वारा शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया।" बचाए गए सभी 79 नाबालिग लड़कों को पूर्वी चंपारण के जिला मुख्यालय मोतिहारी की बाल कल्याण समिति को सौंप दिया गया।