Edited By Ramanjot, Updated: 10 May, 2025 06:51 PM

हर घर नल का जल योजना की क्रियाशीलता,सेवा की गुणवत्ता एवं लाभार्थियों का योजना के प्रति संतुष्टि के स्तर का आकलन करने हेतु अप्रैल 2025 में डेवलपमेंट मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट (DMI), बिहार द्वारा अध्ययन कराया गया।
पटना: हर घर नल का जल योजना की क्रियाशीलता,सेवा की गुणवत्ता एवं लाभार्थियों का योजना के प्रति संतुष्टि के स्तर का आकलन करने हेतु अप्रैल 2025 में डेवलपमेंट मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट (DMI), बिहार द्वारा अध्ययन कराया गया। यह अध्ययन मुजफ्फरपुर एवं गया जिलों के 55 वार्डों में 1124 से अधिक परिवारों के साक्षात्कार एवं पंप ऑपरेटरों से प्राप्त सूचनाओं के आधार पर किया गया।
अध्ययन में यह स्पष्ट हुआ कि ग्रामीण क्षेत्रों में योजना की पहुंच एवं प्रभाव में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। 94% से अधिक परिवारों के पास नल का कनेक्शन है, जबकि 93.80% परिवारों को प्रतिदिन 70 लीटर प्रति व्यक्ति प्रति दिन या उससे अधिक की जलापूर्ति प्राप्त हो रही है। 92.73% परिवारों को प्रतिदिन कम-से-कम छह घंटे जलापूर्ति हो रही है एवं 95.12% परिवारों ने बताया कि उन्हें पिछले एक माह में 25 से 30 दिनों तक नियमित जलापूर्ति हुई।
जल की स्वच्छता को लेकर 99.53% परिवारों ने स्पष्ट एवं पारदर्शी जल प्राप्त होने की पुष्टि की, वहीं 95.40% ने जल की मात्रा, 95.02% ने नियमितता, तथा 96.71% परिवारों ने जल की गुणवत्ता से संतुष्टि व्यक्त की। लगभग 95% लाभार्थियों ने योजना के संचालन एवं अनुरक्षण व्यवस्था से संतोष जाहिर किया है।
इसी प्रकार पंप ऑपरेटरों से प्राप्त सूचनाओं के अनुसार, योजनाओं का औसत कवरेज 92% रहा तथा 95% से अधिक योजनाएं प्रतिदिन प्रति व्यक्ति प्रति दिन 55-70 लीटर या उससे अधिक जलापूर्ति कर रही हैं । 92% से अधिक योजनाओं में प्रतिदिन छह घंटे अथवा उससे अधिक समय की जलापूर्ति हो रही है एवं 80% योजनाओं में ओवरहेड टैंक की वर्ष में कम-से-कम दो बार सफाई की जा रही है।
विदित हो कि इसी प्रकार का एक अध्ययन जनवरी 2024 में भी कराया गया था, पिछले अध्ययन की तुलना में इस बार हर पहलू में उल्लेखनीय सुधार देखने को मिला है।उस समय केवल 79% परिवारों के पास ही नल कनेक्शन पाया गया था, जबकि आज यह आंकड़ा 94% से अधिक तक पहुंच गया है। उसी अध्ययन में सिर्फ 45.88% परिवारों को प्रतिदिन छह घंटे या उससे अधिक समय की जलापूर्ति प्राप्त होने की बात सामने आई थी, जो अब बढ़कर 92.73% तक पहुंच गई है।
इस अध्ययन से यह संकेत प्राप्त होता है कि हर घर नल का जल योजना के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में न केवल स्वच्छ जल की उपलब्धता बढ़ी है, बल्कि जल की गुणवत्ता, नियमितता एवं संचालन व्यवस्था में भी निरंतर सुधार हो रहा है। आंकड़े स्पष्ट रूप से लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग द्वारा राज्य की सभी जलापूर्ति योजनाओं के सतत् क्रियाशीलता के साथ शुद्ध पेयजल पहुँचा कर सभी घरों को 'हर घर नल का जल' का सपना साकार करने के दृढ़ संकल्प को दर्शाती है।