Edited By Ramanjot, Updated: 08 May, 2025 09:18 PM

राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना "हर घर नल का जल" के सुचारु क्रियान्वयन और सतत् अनुश्रवण हेतु लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग द्वारा सुदृढ़ शिकायत निवारण प्रणाली कार्यरत है।
पटना:राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना "हर घर नल का जल" के सुचारु क्रियान्वयन और सतत् अनुश्रवण हेतु लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग द्वारा सुदृढ़ शिकायत निवारण प्रणाली कार्यरत है। इस प्रणाली के माध्यम से पिछले 5 महीनों में 25,525 जलापूर्ति संबंधित शिकायतों का सफलतापूर्वक समाधान किया गया।
माननीय मंत्री, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग, नीरज कुमार सिंह द्वारा बताया गया कि विभाग द्वारा संचालित केंद्रीय शिकायत निवारण प्रकोष्ठ (CGRC) प्रणाली के माध्यम से पिछले पांच महीनों में विभाग को राज्यभर से कुल 27,225 जलापूर्ति संबंधित शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें से 25,525 शिकायतों का सफलतापूर्वक समाधान कर दिया गया है।जलापूर्ति संबंधित शिकायतों का ससमय निष्पादन स्वच्छ जलापूर्ति की दिशा में विभाग की तत्परता और उत्तरदायित्व को दर्शाता है। साथ ही माननीय मंत्री द्वारा यह स्पष्ट किया गया कि जिन शिकायतों का निष्पादन अबतक नहीं हो पाया है, उनमें से अधिकांश ऐसे मामले है जिनमे वृहद् स्तर पर कार्य की आवश्यकता पायी गयी थी , ऐसे मामलों के अतिशीघ्र निष्पादन हेतु विभाग द्वारा निविदा एवं अन्य आवश्यक कारवाई की जा रही है जिससे सभी ग्रामीणों को स्वच्छ और निरंतर जलापूर्ति मिलती रहेगी।
माननीय मंत्री द्वारा बताया गया कि विभाग को 2 दिसंबर, 2024 से 4 मई, 2025 के बीच विभिन्न माध्यमों से कुल 27,225 शिकायतें प्राप्त हुईं। इनमें 3,747 शिकायतें व्हाट्सएप के माध्यम से, 257 मोबाइल ऐप से, 4,999 जिला नियंत्रण कक्ष से, 9,399 वेब पोर्टल के माध्यम से, 705 ईमेल से, 300 कनिष्ठ अभियंताओं के माध्यम से, 39 सोशल मीडिया से, 7,779 टोल फ्री नंबर के माध्यम से और 257 शिकायतें 'स्वच्छ नीर' ऐप के माध्यम से प्राप्त हुईं। इस अवधि में विभाग को मोटर मरम्मती से जुड़ी 2,449, बिजली एवं स्टार्टर से संबंधित 1,259 तथा लीकेज से जुड़ी 5,530 शिकायतें प्राप्त हुई , जिन्हें तय समय-सीमा में प्राथमिकता के आधार पर निपटाया गया है।
विभागीय शिकायत निवारण प्रणाली की अधिक जानकारी देते हुए माननीय मंत्री ने बताया कि विभाग ने जलापूर्ति सेवा को निरंतर बनाए रखने के लिए एक सुदृढ़ शिकायत निवारण प्रणाली विकसित की है। विभाग के अधिकारियों ने बताया कि प्रत्येक शिकायत को प्राथमिकता के आधार पर तय समयसीमा में हल किया जा रहा है। इसके लिए त्रिस्तरीय नियंत्रण व्यवस्था बनाई गई है जिसमें राज्य, प्रमंडल और पंप हाउस स्तर पर निगरानी की जा रही है। राज्यभर के 49 प्रमंडलों में नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए हैं। साथ ही, पंप हाउसों पर शिकायत रजिस्टर भी उपलब्ध कराए गए हैं। शिकायत दर्ज करने के लिए नागरिक टोल-फ्री नंबर 1800-123-1121, 1800-345-1121 और 155367, व्हाट्सएप नंबर 8544429024 और 8544429082, ‘स्वच्छ नीर’ मोबाइल ऐप या विभागीय वेबसाइट http://phedcgrc.in का भी उपयोग किया जा सकता है।