Edited By Swati Sharma, Updated: 22 Dec, 2024 05:25 PM
भव्य, शानदार और रोमांचक मुकाबले के साथ इंडियन क्रॉसवर्ड लीग (IXL) के 12वें संस्करण का भव्य समापन हुआ। गोवा के शाश्वत सालगांवकर ने इतिहास रचते हुए लगातार दूसरी बार चैंपियनशिप ट्रॉफी अपने नाम की। चेन्नई के रामकी कृष्णन और नई दिल्ली के मधुप तिवारी को...
बेंगलुरु/पटना: भव्य, शानदार और रोमांचक मुकाबले के साथ इंडियन क्रॉसवर्ड लीग (IXL) के 12वें संस्करण का भव्य समापन हुआ। गोवा के शाश्वत सालगांवकर ने इतिहास रचते हुए लगातार दूसरी बार चैंपियनशिप ट्रॉफी अपने नाम की। चेन्नई के रामकी कृष्णन और नई दिल्ली के मधुप तिवारी को संयुक्त रूप से उप विजेता घोषित किया गया। यह ग्रैंड फिनाले अपनी तीव्रता और उत्कृष्टता के लिए लंबे समय तक याद रखा जाएगा। कार्यक्रम का संचालन ओचिन्त्य शर्मा द्वारा किया गया। वहीं, डॉ. सत्येन नाबर ने मुख्य निर्णायक की भूमिका निभाई। कार्यक्रम को एक्स्ट्रा सी के कुशाग्र सिंह और रोबिन कुमार तथा विकास ग्लोबल के वेंकट और राजेश ने मंचित किया।
IXL 12.0 की शुरुआत लिखित प्रीलिम्स से हुई, जिसमें 24 प्रतिभागियों ने निर्धारित समय के भीतर क्रिप्टिक क्रॉसवर्ड ग्रिड हल करने का कौशल दिखाया। सटीकता और गति के आधार पर शीर्ष छह प्रतिभागियों का चयन किया गया, जिन्होंने मंच पर आयोजित अंतिम चरण में जगह बनाई।
IXL 12.0 के शीर्ष छह प्रतिभागी:
शाश्वत सालगांवकर - गोवा
रामकी कृष्णन - चेन्नई
मधुप तिवारी - नई दिल्ली
सोहिल भगत - बेंगलुरु
वेंकट राघवन एस - मुंबई
नारायण मंड्यम - मुंबई
विवेक कुमार सिंह, आईएएस, अध्यक्ष, रेरा, बिहार, राकेश सिंह, आईएएस, चेयरमैन, रेरा, बिहार और अमर पांडे, आईपीएस (सेवानिवृत्त), अध्यक्ष, क्रॉसवर्ड एसोसिएशन ऑफ कर्नाटक, उमेश कुमार, आईपीएस एवं सीमंत सिंह, आईपीएस ने कार्यक्रम में अपनी गरिमामयी उपस्थिति से प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन किया और IXL जैसे मंच की बौद्धिक और सांस्कृतिक महत्ता पर जोर दिया। 21 दिसंबर 2013 को लॉन्च हुआ इंडियन क्रॉसवर्ड लीग, आज भारत और दुनिया भर में बौद्धिक जुड़ाव और उत्सुकता का प्रतीक बन चुका है। एक दशक से अधिक समय से यह प्रतियोगिता प्रतिभागियों को क्रॉसवर्ड कला में गहराई तक जाने के लिए प्रेरित कर रही है। IXL 12.0 ने भारतीय क्रॉसवर्ड जगत में एक अमिट छाप छोड़ी है और आने वाले वर्षों में और भी बड़ी उपलब्धियों के लिए मंच तैयार कर दिया है।