Edited By Swati Sharma, Updated: 13 Dec, 2024 01:08 PM
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के समक्ष आज मुख्यमंत्री सचिवालय स्थित 'संवाद' में स्वास्थ्य विभाग और शंकरा आई फाउंडेशन इंडिया, कोयम्बटूर के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुआ। पटना में अतिविशिष्ट नेत्र अस्पताल के निर्माण एवं संचालन के संबंध में यह समझौता...
पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के समक्ष आज मुख्यमंत्री सचिवालय स्थित 'संवाद' में स्वास्थ्य विभाग और शंकरा आई फाउंडेशन इंडिया, कोयम्बटूर के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुआ। पटना में अतिविशिष्ट नेत्र अस्पताल के निर्माण एवं संचालन के संबंध में यह समझौता ज्ञापन हुआ है।
अब पटना में शंकरा नेत्रालय
इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग के सचिव संजय कुमार सिंह और शंकरा आई फाउंडेशन इंडिया, कोयम्बटूर के प्रबंध निदेशक पद्मश्री डॉ. आरबी रमणी ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर कर एक दूसरे को प्रति सौंपी। ज्ञातव्य है कि शंकरा आई फाउंडेशन इंडिया, कोयम्बटूर के द्वारा पटना में अतिविष्टि नेत्र अस्पताल की स्थापना की जाएगी। राज्य सरकार ने शंकरा आई फाउंडेशन इंडिया, कोयम्बटूर को अतिविशिष्ट नेत्र अस्पताल बनाने के लिये कंकड़बाग, पटना में 1.80 एकड़ जमीन 1 रूपये के टोकन राशि पर सशर्त लीज पर देने की स्वीकृति मंत्रिपरिषद् द्वारा 3 दिसम्बर 2024 को प्रदान की। शंकरा आई फाउण्डेशन इंडिया आंख के इलाज के लिये एक अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त अस्पताल है जो अपने खर्च पर इस भूमि पर अस्पताल का निर्माण एवं संचालन करेगा। इसमें आंख के सामान्य इलाज के साथ-साथ कॉर्नियोप्लास्टी, रेटिना डिटैचमेंट एवं आंख के कैंसर जैसी जटिल बीमारियों का भी इलाज हो सकेगा। इस संबंध में 75 प्रतिशत मरीजों का इलाज मुफ्त तथा 25 प्रतिशत का सशुल्क होगा। ढाई लाख रूपए प्रति वर्ष से कम आयवाले परिवार निःशुल्क चिकित्सा पा सकेंगे।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री को विकास आयुक्त सह स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने हरित पौधा भेंटकर स्वागत किया। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, जल संसाधन सह संसदीय कार्यमंत्री विजय कुमार चौधरी, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, विकास आयुक्त सह स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव कुमार रवि, स्वास्थ्य विभाग के सचिव संजय कुमार सिंह, राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक सुष्ठर्ष भगत, शंकरा आई फाउंडेशन इंडिया, कोयम्बटूर के प्रबंध निदेशक पद्मश्री डॉ. आरबी रमणी एवं डॉ. भरत सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य वरीय पदाधिकारी उपस्थित थे।